पिछले छह महीने चीन की अर्थव्यवस्था के संदर्भ में कई नकरात्मक खबरें सामने आई हैं।
विकास दर में धीमापन, युवाओं के बेकारी के रिकॉर्ड, कम विदेशी निवेश, कमजोर मुद्रा और कमजोर निर्यात के अलावा संपत्ति क्षेत्र की समस्याएं इनमें मुख्य हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन में बढ़ते असंतोष की आशंका जताते हुए उनकी अर्थव्यवस्था के भविष्य को ‘खतरनाक’ बताया है।
बाइडेन के इस आलोचना पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपनी अर्थव्यवस्था की स्थिति को बेहतर बताते हुए इसे ‘बहुत लोचपूर्ण, शक्तिशाली और मजबूत’ कहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि सही कौन बोल रहा है – बाइडेन या जिनपिंग? और इसका उत्तर शायद कहीं बीच में मिल सकता है। हालांकि वर्तमान में चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट की आशंका नहीं है, लेकिन चीन को कुछ गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।