पंजाब में मिनिस्टीरियल स्टाफ ने 31 अक्टूबर तक पेन डाउन हड़ताल बढ़ा दी है। कर्मचारी 8 अक्टूबर से लगातार हड़ताल पर हैं और अभी तक पंजाब मिनिस्ट्रियल सर्विसेज यूनियन की सरकार से कोई बैठक नहीं हुई है। सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ यूनियन ने हड़ताल 31 अक्टूबर तक बढ़ाने का फैसला किया है।
लुधियाना जिले के मिनिस्टीरियल स्टाफ ने सोमवार को खजाना दफ्तर के बाहर धरना लगाया। कर्मचारियों ने सोमवार को भी सभी दफ्तरों में कामकाज बंद रखा। जिला चेयरमैन विकास ने बताया कि पंजाब सरकार ने कर्मचारियों की मांग नहीं मानी जिसके कारण कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि आरटीए दफ्तर खजाना दफ्तर समेत सभी दफ्तरों में काम बंद है। साेमवार काे काम करवाने आए लाेगाें काे दिनभर परेशानियाें का सामना करना पड़ा।
गाैरतलब है कि पंजाब में अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कर्मचारियाें ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए धरना-प्रदर्शन तेज कर दिया है। कर्मचारियाें ने सरकार से लंबित मांगाें काे जल्द पूरा करने की मांग की है। पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से कर्मचारियाें काे काफी उम्मीदें है। इससे पहले पटियाला में कई कर्मचारी संगठनाें ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ भी प्रदर्शन किया था। हालांकि कैप्टन के इस्तीफे के बाद अब कर्मचारियाें ने सीएम चरणजीत चन्नी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। राज्य के कई जिलाें में मांगाें काे लेकर कर्मचारी सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं।