फ्रांस के विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना (cathrene colona) इस समय भारत में अपने तीन दिवसीय के दौरे पर हैं. बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत और फ्रांस दोनों पिछले 25 वर्षों से अच्छे मित्र हैं. दोनों देश के बीच रणनीतिक संबंध भी काफी पुराना है. भारत और फ्रांस दोनों देश पूरे विश्व में स्थिरता और शांति लाना चाहते हैं. दिल्ली में आज हैदराबाद हाउस में उनकी अहम बैठक भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ हुई .
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा ?
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि फ्रांस यूरोपीय संघ का एक प्रमुख सदस्य है. ‘हमने व्यापार, निवेश और भौगोलिक संकेतकों पर भारत-यूरोपीय संघ वार्ता को आगे बढ़ाने पर चर्चा की. हम इस संबंध में पहले दौर की वार्ता शुरू होने का स्वागत करते हैं’. फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में एस जयशंकर ने कहा कि ‘भारत-प्रशांत त्रिपक्षीय विकास सहयोग की स्थापना की दिशा में काम करने के लिए सहमति बनी है. इससे विशेष रूप से इंटरनेशनल सोलर एलायंस के अंतर्गत विकास परियोजनाओं को बढ़ावा मिलेगा’. इसके अलावा उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल सोलर एलायंस (ISA) ने अब 3 देशों में परियोजनाएं बनाई हैं, जो भूटान, पापुआ न्यू गिनी और सेनेगल में भारत और फ्रांस के संयुक्त प्रभाव को दर्शाती हैं.
मीडिया से बात करने के दौरान उन्होंने बताया कि ऐसा वह इसलिए चाहती थी, क्योंकि भारत और फ्रांस के बीच गहरी दोस्ती पिछले 25 वर्षों से है. इसके अलावा भारत से फ्रांस के रणनीतिक संबंध भी काफी पुराना है. इस दोस्ती के कारण दोनों देशों को बहुत ही फायदा मिला है. दोनों देशों की कोशिश है कि समूचे विश्व में शांति और स्थिरता को लाया जाए और उसे बरकरार रखा जाए.
फ्रांस के विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि भारत और फ्रांस के केवल डिफेंस और सुरक्षा के मामलों पर ही साथ नहीं हैं. बल्कि इसके अलावा दोनों देश विश्व के गंभीर मुद्दो पर भी साथ रहते हैं. कोलोना ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि वह अभी तो अपनी यात्रा इस को शुरू कर रहीं हैं. इसके दौरान वह भारत के कई मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगी. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कैथरीन कोलोना औपचारिक स्वागत भी कुछ देर में करेंगे.
उन्होंने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बहुत जल्द ही मुलाकात होने वाली है. बता दें कि मोदी और मैक्रॉन के बीच मई के महीने में आखिरी मुलाकात हुई थी. कोलोना ने कहा कि इस मुलाकात से दोनों देशों के बीच और भी बेहतर संबंध बनेंगे.
अपने इस दौरे के दौरान कोलोना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगी. जहां वह कई अहम मुद्दों पर चर्चा भी करेंगी. गुरुवार को कोलोना मुंबई का भी दौरा करेंगी.