स्वीडन की प्रधानमंत्री मेगदालेना एंडरसन (Magdalena Andersson) ने बुधवार रात अपने इस्तीफे की घोषणा की. उन्होंने कहा कि वह गुरुवार को संसद के अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप देंगी. उन्होंने यह इस्तीफा चुनाव परिणाम के नतीजे स्पष्ट होने के बाद दिए हैं. इन नतीजों में उनके गठबंधन को बहुमत नहीं मिला है. इसे देखते हुए उन्होंने अपनी हार स्वीकार की और पीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है.
बुधवार रात को बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस
मेगदालेना एंडरसन ने बुधवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि ‘प्रारंभिक परिणाम एक निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त हैं कि उनकी केंद्र वाम बलों ने सत्ता खो दी है, जबकि चार दलों के दक्षिणपंथी गुट, जिसमें स्वीडन डेमोक्रेट शामिल हैं, ने मामूली अंतर से बहुमत हासिल कर लिया है. फिलहाल यह देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. वहीं, जीत के बाद स्वीडन डेमोक्रेट्स के नेता जिमी एक्सन ने कहा कि उनकी पार्टी स्वीडन में सुरक्षा के पुनर्निर्माण के लिए रचनात्मक और प्रेरक शक्ति के रूप में काम करेगी. उन्होंने कहा कि यह समय अब स्वीडन को पहले रखने का समय है.
पीएम के लिए अब उल्फ क्रिस्टर्सन का नाम आगे
हालांकि, चार दलों के दक्षिणपंथी गुट में से प्रधानमंत्री पद की रेस में सबसे आगे मॉडरेट पार्टी के नेता उल्फ़ क्रिस्टर्सन चल रहे हैं. क्योंकि एसडी नेता जिमी एक्सन सरकार का नेतृत्व करने के लिए सभी चार दलों को एकजुट करने में असमर्थ हैं. इस बात को और बल क्रिस्टर्सन की एक पोस्ट से मिलता है जिसमें उन्होंने लिखा है, मैं अब एक नई और मजबूत सरकार बनाने का काम शुरू करने जा रहा हूं.
मामूली अंतर से गंवाया बहुमत
बता दें कि स्वीडन के चुनाव परिणामों में 349 सीटों वाले संसद में 176 सीटों के साथ दक्षिणपंथी ब्लॉक सबसे आगे है, जबकि रिक्सडैग और एंडर्सन के सेंटर लेफ्ट ब्लॉक ने 173 सीटों पर जीत दर्ज की है. एंडरसन ने कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि चार दक्षिणपंथी दलों को चुनाव में केवल 50% वोट मिले हैं. यह बहुत मामूली बहुमत है लेकिन क्योंकि जनता का यही आदेश है और यह बहुमत है तो मैं कल संसद के अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दूंगी.