शुगर मिल फगवाड़ा पर सरकारी जमीन का दुरुपयोग कर राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप।
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज शुगर मिल फगवाड़ा की सरकारी ज़मीन की दुर्वरताओं को दोषित घोषित किया और सूबा सरकार को वित्ती नुकसान पहुँचाने के लिए वाहिद-संधर शुगर मिल लिमिटेड फगवाड़ा के मैनेजिंग डायरेक्टर जर्नैल सिंह वाहिद, उनकी पत्नी डायरेक्टर रुपिंदर कौर वाहिद, और उनके पुत्र वाहिद-संधर शुगर मिल लिमिटेड फगवाड़ा, तथा शुगर मिल प्लाज़ा प्राइवेट लिमिटेड, फगवाड़ा जिला कपूरथला के डायरेक्टर संदीप सिंह वाहिद को गिरफ़्तार किया है।
इस संबंधी जानकारी को देते समय विजीलैंस ब्यूरो ने बताया कि ब्यूरो वालों ने जांच नंबर 04/2019 के तहत जगतजीत शुगर मिल कंपनी लिमिटेड, वाहिद-संधर शुगर लिमिटेड फगवाड़ा, और शुगर मिल प्लाज़ा प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, डायरेक्टरों, वधीक डायरेक्टर, आदि के खिलाफ जांच की गई थी। जांच के दौरान यह पाया गया है कि सटेट कपूरथला के महाराजा जगतजीत सिंह ने 09.02.1933 को अपने हुक्म/इकरारनामे के माध्यम से जगतजीत शुगर मिल कंपनी लिमिटेड को विकसित करने के लिए अपनी सटेट में शुगर मिल उद्योग आलाट किया था।
इस मिल को चलाने के लिए उन्होंने छोट वाली ज़मीन का कुल क्षेत्रफल 251 कनाल 18 मरले (31 एकड़ 03 कनाल 18 मरले) को मुफ्त में आलाट किया था, जिसके मालिकाना हक शुगर मिल कंपनी लिमिटेड को मिला था। इस ज़मीन को बरारी जिले के जने बुड्ढी वाल ने बिना किसी खुले मुद्दे के, सरकारी नोटरी के माध्यम से जवाब दिए बिना, उसके मालिक कर दिया था। इसके परिणामस्वरूप पंजाब सरकार को करीब रुपए 22.27 करोड़ का वित्ती नुकसान पहुँचा है। अब इस मामले में गिरफ़्तार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।