पंजाब सरकार द्वारा बुलाया गया विधानसभा सेशन काफी हंगामेदार जा रहा है। जिस बात की आशंका सभी जता रहे थे सदन में वही हुआ। दरअसल राज्यपाल को अपना एजेंडा बताने वाली पंजाब सरकार सेशन में विश्वास प्रस्ताव लाना चाहती थी लेकिन इस बीच विरोधियों ने पंजाब सरकार को घेर लिया और उन पर संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया। जिसके बाद पंजाब सरकार व कांग्रेसी विधायक आमने-सामने हो गए। दोनों में जमकर बहसाबजी भी हुई। वहीं पंजाब सरकार पर भड़के नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने कहा कि सरकार ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। सरकार को विश्वास प्रस्ताव लाने का कोई हक नहीं है। वहीं विरोधियों को जवाब देते हुए मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि सेशन में विश्वास प्रस्ताव जरूर लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान बोले-स्पीकर की इजाजत से लाया जा सकता है प्रस्ताव
विरोधियों के हंगामे और नारेबाजी के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी उनपर पलटवार किया और कहा कि हमें कानून समझाने वाले पहले यह जान लें कि स्पीकर की इजाजत के साथ कोई भी प्रस्ताव लाया जा सकता है। इन्हें राजस्थान, गोवा और महाराष्ट्र में तो अपना हक नहीं मिला नहीं यहां वह कौन सा हक लेने आए हैं। कांग्रेस भाजपा की बी टीम है, यह सदन में आएं मुद्दों पर बात करें। वहीं इस बीच कांग्रेस के हंगामे और विरोध को देखते हुए स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने उन्हें नेम कर दिया एवं मार्शल्स को हुक्म दिए गए कि सभी विधायकों को आज के लिए सस्पेंड कर दिया गया।