कपूरथला: विजिलैंस ने अकाली नेता जरनैल सिंह वाहद उनकी पत्नी और बेटे को साथ एसीजेएम राजवंत कौर की अदालत में पेश किया गया, अधिकारियों ने और रिमांड की मांग की, लेकिन अदालत ने सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसकी पुष्टि आरोपियों के वकील राजीव पुरी ने की।
विजिलेंस ने अकाली नेता जरनैल सिंह वाहिद समेत 12 लोगों पर मामला दर्ज किया है। इसमें उनकी पत्नी बेटे के अलावा दोनों हिस्सेदार व दो तहसीलदार भी शामिल हैं। कनाडा में कारोबार चलाने वाले सुखबीर सिंह संधर के बेटे हरविंदरजीत सिंह संधर, सुखबीर संधर के भाई कुलदीप सिंह संधर, कुलवंत सिंह, मंजीत सिंह ढिल्लो, एडीशन डायरेक्टर अमन शर्मा, तहसीलदार प्रवीण छिब्बड़, पवन कमार नायब तहसीलदार निवासी कपूरथला को केस में नामजद किया गया है।
दरअसल, शुगर मिल की जमीन सरकारी थी। इस जमीन को न तो गिरवी रखा जा सकता था और न ही बेचा जा सकता था। उस जमीन की रजिस्ट्री करने में तहसीलदारों की खासी भूमिका है। वाहिद का सियासत में भी सिक्का चलता था। फगवाड़ा के होशियारपुर रोड पर स्थित उनकी आलीशान कोठी में पूर्व सीएम प्रकाश बादल का अकसर आना जाना रहता था। यही वजह थी कि सत्ता के गलियारों में वाहिद की तूती बोलती थी। पिछले साल जिन नेताओं को पार्टी अध्यक्ष के सलाहकार बोर्ड में शामिल किया गया है, उनमें चरनजीत अटवाल के साथ जरनैल सिंह वाहिद का नाम भी था।