पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र का आद आखिरी दिन है। आज सदन में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। बाद दोपहर शुरू होने वाली सदन की कार्यवाही से ठीक पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में सदन के अंदर विपक्ष की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सदन में गार्डिजन एंड गवर्नैंस (जी.ओ.जी.), कानून, व्यवस्था और किसानी मसलों पर चर्चा करेंगे। सत्र के पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी को लेकर सदन के अंदर सत्ता और विपक्ष के बीच बने गतिरोध के चलते सदन का कामकाज प्रभावित हुआ।
सत्तापक्ष का आरोप है कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है लिहाजा यह सदन में जानबूझ कर गतिरोध कायम कर रहे हैं जबकि विपक्ष का आरोप है कि अगर ईमानदार सरकार है और भ्रष्टाचार जीरो टालरैंस की नीति है फिर सरारी के खिलाफ अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। मुख्यमंत्री एक दिन सत्र से अनुपस्थित रहे और जब सदन में आए तो सरारी के मामले में चुप्पी साध गए। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह ज्व्लंत मुद्दों पर बहस करे लेकिन सरकार को मनमानी करने का सार्टिफिकेट नहीं दिया है। उन्होंने मूसेवाला हत्याकांड के आरोपी दीपक टीनू की फरारी को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की है क्योंकि गृह विभाग उनके पास है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है और मुख्यमंत्री गुजरात में डांडिया नाच कर रहे हैं। उधर, सत्तापक्ष भी अपनी रणनीति तय कर चुका है। सोमवार को सदन में शून्यकाल और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के बाद सीधे विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की तैयारी है। समझा जाता है कि अगर विपक्ष ने हंगामा किया तो स्पीकर विश्वास मत पर वोटिंग करा कर सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर सकते हैं।