हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में माता चिंतपूर्णी मंदिर के पास खालिस्तानी नारे लिखने वाले तीन युवक हिमाचल पुलिस ने गिरफ्तार किये है गिरफ्तार युवकों की पहचान जालंधर में फिल्लौर इलाके के ढेसियां गांव में रहने वाले फूल चंद (26) व अरजिंदर सिंह (28) और सुरजा गांव के हैरी (21) के रूप में हुई। इन तीनों ने चिंतपूर्णी-तलवाड़ा बाइपास पर दो दुकानों के शटर और दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे थे। हिमाचल पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करने के बाद जालंधर पुलिस से इनका क्रिमिनल रिकॉर्ड मांगा है।
जालंधर-होशियारपुर में खंगाले दर्जनों सीसीटीवी
चिंतपूर्णी थाने की एसएचओ रोहिणी ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने हाईवे और आसपास लगे दर्जनों सीसीटीवी कैमरों की वीडियो खंगाली, जांच पंजाब के होशियारपुर से होती हुए जालंधर तक पहुंची। इसके बाद इस केस में हिमाचल के ही देहरा थाने की पुलिस को भी शामिल किया गया। जांच से पता चला रदात करने के बाद तीनों युवक एक होटल में रुके थे जहां से इनकी पहचान करने में सहायता मिली। एसएचओ ठाकुर ने बताया कि वारदात करने के बाद तीनों युवक एक होटल में रुके थे जहां से इनकी पहचान करने में सहायता मिली।
बता दें ये नारे चिंतपूर्णी दरबार से दो किलोमीटर दूर लिखे गए थे। खालिस्तान जिंदाबाद, शहीद भिंडरावाले जिंदाबाद और खालिस्तान का हिस्सा है हिमाचल.., नारे लिखे गए थे।
SFJ प्रमुख पन्नू के टच में थे
पैसे का लालच देकर प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू गरीब परिवारों से संबंध रखने वाले युवको को फ़साता है इससे पहले भी पंजाब में पन्नू ऐसी हरकतें करवा चुका है। खालिस्तानी नारे लिखने के बाद खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर इसकी जिम्मेदारी ली थी। पन्नू ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को याद दिलाया कि नवंबर 1984 में इसी जगह पर सिखों का कत्ल हुआ था इसलिए पंजाब को आजाद कराकर हिमाचल को भी खालिस्तान का हिस्सा बनाया जाएगा।
वीडियो में पन्नू को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि 1984 के सिख विरोधी दंगों में कथित तौर पर शामिल कांग्रेस नेताओं को नहीं छोड़ा जाएगा। यह पहली बार नहीं था कि राज्य में ऐसी घटना देखी गई हो.
पिछले साल 7 मई को धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा की बाहरी सीमा पर खालिस्तान समर्थक बैनर और भित्तिचित्र फहराए गए थे।
तीनों आरोपियों को हिमाचल पुलिस कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
कितनी रक़म मिली
पुलिस ने यह भी खुलासा है कि तीन आरोपियों में से एक के खाते में विदेशी से 25,000 रुपये की राशि जमा की गई थी और काम पूरा होने के बाद उसे 25,000 रुपये और देने का भी वादा किया गया था।