दुनिया के सबसे ताकतवर बैंकर शक्तिकांत दास की सरलता ने सभी का दिल जीत लिया है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर ने शुक्रवार को कुछ ऐसा कहा कि सभी के चेहरों पर मुस्कान आ गई. मौद्रिक नीति जारी करने के बाद शक्तिकांत दास ने कहा कि उन्हें माननीय पुकारा जाना अच्छा नहीं लगता. वह चाहते हैं कि उन्हें सिर्फ गवर्नर कहा जाए.
माननीय गवर्नर बोलने की जरूरत नहीं
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भी लोगों से ऐसी ही अपील की थी. अब शक्तिकांत दास भी उसी लीग में शामिल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में सिर्फ गवर्नर पुकारना ज्यादा अच्छा होगा. माननीय गवर्नर बोलने की जरूरत नहीं है. वे खुद को गवर्नर कहलाना पसंद करते हैं. इससे पहले उन्होंने कंज्यूमर लेंडिंग पर लोन रिस्क वेट बढ़ाते हुए कहा था. इस फैसले को समझाने के लिए शक्तिकांत दास ने कहा था कि वो चाहते हैं कि बैंक राहुल द्रविड़ की तरह लॉन्ग टर्म के लिए खेलें, न कि आज फिर जीने की तमन्ना है के अंदाज में शॉर्ट टर्म के लिए.
पीएम मोदी ने भी की थी ऐसी ही अपील
सात दिसंबर को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उन्हें मोदीजी की बजाय सिर्फ मोदी कहा जाए. जनता उनके इसी नाम से जुड़ाव महसूस करती है. इससे पहले चंद्रचूड़ ने एक केस की सुनवाई के दौरान कहा था कि उन्हें योर लॉर्डशिप की बजाय सर कहलाना पसंद है. जजों को योर लॉर्डशिप कहने की परंपरा अब खत्म हो जानी चाहिए.
हाल ही में बने थे नंबर वन बैंकर
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास को दुनिया का सबसे ताकतवर बैंकर बताया था. अमरीकी पत्रिका ग्लोबल फाइनेंस की लिस्ट में दास को नंबर वन पायदान पर रखा गया था. शक्तिकांत दास को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड 2023 में A+ रेटिंग दी गई थी. आरबीआई ने बताया था कि दुनिया के टॉप तीन बैंकरों में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास टॉप पर रहे. शक्तिकांत दास के बाद दूसरे नंबर पर स्विट्जरलैंड के थामस जे जॉर्डन और तीसरे नंबर पर वियतनाम के गुयेन थी हांग को जगह दी गई थी.