लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने एक बार फिर मीडिया के सामने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और बलवंत सिंह राजोआना की बहन कमलदीप कौर को चुनौती दी है.
2024 के चुनाव में जब पार्टी उन्हें टिकट देगी तो वे आर-पार की लड़ाई में उतरेंगे, देश हित की बात करेंगे, पंजाब में कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए किए गए बलिदान के बारे में नई पीढ़ी से बात करेंगे . शिरोमणि अकाली दल और सुखबीर सिंह बादल किसे गुमराह कर रहे हैं।
देश के गृह मंत्री अमित शाह के बयान को कोड करते हुए सांसद ने कहा कि अपराध करने के बाद लोग दया की गुहार लगाते हैं. कि उन्हें देश के कानून पर भरोसा है. और उन्हें अपने पाप पर पछतावा होता है। सांसद हरसिमरत कौर बादल की तरफ से राजोआना की सजा माफ़ी की बात हॉउस में की गए थी ,जिस पर गृह मंत्री अमित ने कहा था, की दया याचिका गुनहगार ख़ुद करता है। जिसे क़ानून पर विश्वास हो और अपनी गलती का अहसास हो लेकिन राजोआना मामले में ऐसा कुछ नहीं है. इस लिए वह माफ़ी का हक़दार नहीं, सुखबीर सिंह बादल और अकाली दल अपनी शाखा बचाने के लिए यह सब कर रहे हैं।
रवनीत बिट्टू ने कहा कि बादल परिवार का जान गंवाने वालों (पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह) से कोई संबंध नहीं है. न ही ये कातिल (बलवंत सिंह राजोआना) के परिवार के पास है. फिर भी बादल परिवार इस मुद्दे को इतना तूल क्यों दे रहा है? अकाल तख्त भी साहिब से आदेश जारी कर प्रयोग कर रहा है। देश संविधान और कानून के शासन से चलता है, किसी के निजी हितों को आगे रखकर नहीं