पंजाब के जालंधर में सोमवार सुबह नहर के पास डीएसपी का शव मिला। DSP का शव बस्ती बावा खेल नहर के पास पड़ा था। इसकी सूचना राहगीरों ने पुलिस कंट्रोल रूम में दी। जिसके बाद जांच के लिए थाना-2 की पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। क्राइम सीन से मिले पर्स से उनकी पहचान हुई। मामले की जानकारी मृत के परिवार को दी गई है। मौके से मिले पर्स को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
यह वही DSP हैं जिन्होंने गांव मंड में फायरिंग की थी। तब गांव वालों के साथ उनका राजीनामा हो गया था। संगरूर के गांव लद्धा कोठी के रहने वाले दलबीर सिंह देओल पीएपी ट्रेनिंग सेंटर में तैनात थे। देओल को अर्जुन अवॉर्ड मिला था।
जेसीपी संदीप शर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच में मामला एक्सीडेंट का लग रहा है। रात के वक्त डीएसपी दलबीर सिंह पैदल की कहीं जा रहे थे। इस दौरान उन्हें वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे उनका सिर किसी चीज से टकराया। इसके कारण उनकी मौत हो गई। जेसीपी ने बताया कि एरिया के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। जिससे पता किया जा रहा है कि ये हादसा कैसे हुआ। अगर ये हादसा नहीं है तो सिर पर जख्म कैसे आया। फिलहाल मामले की विभिन्न एंगलों पर जांच जारी है।
कुछ दिन पहले गांव में चलाई थी गोलियां
करीब 16 दिन पहले डीएसपी दलबीर सिंह देओल ने गांव मंड में ग्रामीणों पर फायरिंग की थी। हालांकि उसमें किसी को गोली नहीं लगी। इस मामले में पुलिस ने राजीनामा करवा दिया था। गांव वालों ने आरोप लगाया था कि वारदात के वक्त डीएसपी नशे में थे। विवाद के दौरान डीएसपी देओल ने दो गोलियां चलाई थी।
जिसके बाद गांव वालों ने देओल को बुरी तरह से पीट दिया था। जिसके कुछ फोटो वीडियो भी सामने आए थे। तब पुलिस ने दलबीर सिंह को हिरासत में भी लिया था। मगर राजीनामा होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था।