पिछले दिनों फ्रांस में हिरासत में लिए 303 भारतीय यात्रियों में सबसे ज्यादा पंजाब और गुजरात के लोग थे, जो जालंधर के नामी ट्रैवल एजैंट के जरिए डंकी लगवाकर अमेरिका जा रहे थे। इन सभी को फ्रांस में हिरासत में लेकर वापस भारत भेज दिया गया। पंजाब से डंकी के जरिए विदेश भेजने वाले बढ़ते मामले को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बड़ा कदम उठाया है
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आदेश पर एक स्पेशल जांच टीम (SIT) बनाई गई है। डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने के दिशा-निर्देशों और ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन (बी.ओ.आई.) के डायरैक्टर एल.के.यादव द्वारा आज निकारागुआ मानवीय तस्करी मामले में जांच के लिए चार सदस्यी विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) का गठन किया गया है।
इन अफसरों की बनी जांच टीम
इस विशेष जांच टीम का नेतृत्व एस.पी. इन्वेस्टिगेशन फ़िरोज़पुर रणधीर कुमार कर रहे है, जबकि इस के तीन सदस्यों में एसीपी सिविल लाईन लुधियाना जसरूप कौर बाठ, डीएसपी इन्वेस्टिगेशन फ़िरोज़पुर बलकार सिंह संधू और डीएसपी हैडक्वाटर पटियाला दलबीर सिंह सिद्धू शामिल है। एसआईटी को जल्द से जल्द अंतिम रिपोर्ट समर्थ अदालत के पास सौंपने के लिए कहा गया है। इस केस में सहायता के लिए एसआईटी द्वारा किसी अन्य अधिकारी / कर्मचारी का भी सहयोग लिया जा सकता है।
जालंधर के ट्रैवल एजैंट की मानव तस्करी में भूमिका
सूत्र बता रहे हैं कि इस मानव तस्करी में जालंधर बस स्टैंड के पास एक ट्रैवल एजैंट का हाथ है। कहा जा रहा है कि ट्रैवल एजैंट ने पंजाब औऱ हरियाणा के लोगों को डंकी के जरिए अमेरिका भेजने के नाम पर 70-70 लाख रुपए लिए। इन्हें फ्रांस के रास्ते अमेरिका भेजने की योजना थी। जालंधर का उक्त ट्रैवल एजैंट खुद तो विदेश में रहता है, लेकिन उसका पार्टनर यहीं रहकर डंकी के जरिए लोगों को अमेरिका में भेजने का काम करता है। विदेश बैठे ट्रैवल एजैंट औऱ जालंधर में उसके पार्टनर इस पूरे मानव तस्करी को अंजाम देते हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बड़ा फैसले लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।