28 सितंबर 2023 से नशा तस्करी (NDPS) केस में जेल बंद, कांग्रेसी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट जमानत मिलते ही नई FIR दर्ज हो गई है। यह FIR कपूरथला के थाना सुभानपुर में धारा 195ए और 506 IPC के तहत दर्ज किया गया है। इस बात की पुष्टि एडिशनल SHO बलजीत सिंह ने की है। उन्होंने बताया कि विधायक खैहरा के खिलाफ FIR नंबर 3/24 दर्ज की गई है। ऐसे में विधायक खैहरा को अभी और जेल में ही रहना पड़ेगा। जब कि वह 28 सितंबर 2023 से जेल में बंद हैं।
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Completely rattled by the bail granted by Hon’ble High Court to my father Sardar Sukhpal Singh Khaira today in the NDPS case, @BhagwantMann acting out of hatred and vindictiveness ordered Subhanpur police to register yet another FIR to produce him before the…— Sukhpal Singh Khaira (@SukhpalKhaira) January 4, 2024
X पर सुखपाल सिंह खैहरा के बेटा मेहताब ने पोस्ट डालकर कहा है कि पिता को एक तरफ जहां पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से अभी NDPS केस में जमानत मिली है। वहीं, पंजाब सरकार ने बदलाखोरी की भावना से उन पर एक और केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन्हें कपूरथला में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाना है।मैं साफ कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री की इन धमकियों से उनके पिता डरने वाले नहीं हैं। हम अपनी लड़ाई ऐसे ही जारी रखेंगे।
कांग्रेसी विधायक सुखपाल खैहरा को 28 सितंबर को सुबह करीब 5 बजे जलालाबाद जिले की पुलिस ने उनके चंडीगढ़ स्थित घर से गिरफ्तार किया था। खैहरा भुलत्थ विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। हालांकि, वह शुरू से कहते आ रहे हैं कि उन पर गलत केस दर्ज किया है। वह सरकार के खिलाफ मुखर थे। ऐसे में केस दर्ज कर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की गई।
SIT की रिपोर्ट के आधार पर गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, सुखपाल खैहरा के खिलाफ 2015 के एक पुराने ड्रग केस में जांच चल रही थी। इसमें DIG की अगुआई में बनी SIT की रिपोर्ट के आधार पर उनकी गिरफ्तारी हुई थी। इस SIT में दो SSP भी शामिल रहे हैं। जबकि, सुखपाल खैहरा का कहना है कि यह एक झूठा केस था, सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें इस केस में राहत दी है।
यह था सारा मामला
जलालाबाद पुलिस ने वर्ष 2015 में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से 2 किलो हेरोइन, 24 सोने के बिस्कुट, एक देसी .315 बोर पिस्तौल, दो पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक टाटा सफारी कार बरामद हुई थी। इस मामले में मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह के साथ कथित संबंधों के कारण खैहरा का नाम सामने आया था।
वहीं, खैहरा के साथ-साथ निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) जोगा सिंह, निजी सहायक मनीष, बाठ गांव (जालंधर) का एक व्यक्ति, NRI यूके निवासी चरणजीत कौर और बाजवा कलां गांव (जालंधर) के मेजर सिंह बाजवा का नाम भी मामले में सामने आया था। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी।