जालंधर में NRI सभा का नया प्रधान चुनने के लिए की जा रही वोटिंग खत्म हो गई काबिलेगोर है के कुल 23 हजार 600 NRI मतदाता में से सिर्फ 168 मतदाता वोट डालने के लिए पहुंचे। इस बार प्रधान बनने की दौड़ में कमलजीत हेयर, जसबीर गिल और परविंदर कौर का नाम शामिल था। शाम करीब 6 बजे परविंदर कौर को विजेता घोषित कर दिया गया। परविंदर कौर ने करीब 147 वोटों से जीत दर्ज की। वहीं, उनके अपोनेंट गिल सिर्फ 12 वोट ही मिले। वहीं, 7 वोट रद्द कर दिए गए।
दिन बड़ा रोचक रहा सुबह 9 बजे से वोटिंग शुरू हुई थी। शाम 5 बजे तक ये वोटिंग चली। मतगणना के बाद शाम करीब 6 बजे नए प्रधान की घोषणा कर दी गई। इसी बीच, दोपहर के वक्त वोटिंग के दौरान जमकर हंगामा भी हुआ
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को होने वाली वोटिंग को लेकर गुरुवार को रिटर्निंग अफसर एडीसी डॉ. अमित कुमार की देखरेख में रिहर्सल भी की गई। इस दौरान उनके साथ साथ SDM और तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। साथ ही साथ वोटिंग और काउंटिंग का भी डमी रिहर्सल पहले ही हो चुका है।
पूर्व प्रधान धरने पर बैठे
साल 2013 में ṆRI सभा प्रधान बने जसबीर सिंह गिल NRI सभा ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार की मिली भगत से चुनावों में गड़बड़ी की जा रही है और उन्हें भी नीचा दिखाया जा रहा है। जिसके चलते वह धरने पर बैठे हैं।
जसबीर सिंह गिल ने कहा कि सिर्फ वही वोट डाले जा रहे हैं, जिनका संबंध जालंधर से है। मगर, ऐसा कोई भी लॉ नहीं है। गिल ने कहा कि जब इसे लेकर अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यहां सिर्फ जालंधर के वोटरों को वोट देने की अनुमति है। साथ चुनावों के दौरान गिल पक्ष ने वोटिंग का बहिष्कार करने का ऐलान भी किया है।
अब तक बने प्रधान
NRI सभा का गठन शिअद सरकार के दौरान किया गया था। इस सभा के पहले प्रधान एडवोकेट प्रेम सिंह 1997 से 2000, ज्ञानी रेशम सिंह 2002 तक, प्रीतम सिंह नारंगपुर 2002 से 2004 तक, ज्ञानी रेशम सिंह हेयर 2006 से 2008 तक, कमलजीत सिंह हेयर 2008 से 2010 तक सर्वसम्मति से प्रधान बन चुके हैं। 2013 से 2015 तक जसबीर सिंह गिल, 2020 से 2022 तक किरपाल सिंह सिहोता प्रधान रहे।यह पूरी तरह से प्राइवेट बॉडी है, लेकिन सभा में डिवीजनल कमिश्नर से लेकर एडीसी और सीएम को भी पैटर्न की जिम्मेदारी दी जाती है। सभा के शुरुआती वर्षों में सर्वसम्मति के साथ ही प्रधान नियुक्त होते रहे, लेकिन 2010 में पहली बार चुनाव करवाए गए थे।