बिग बॉस OTT-2 के विनर व हरियाणा के गुरुग्राम के यूट्यूबर एल्विश यादव और बॉलीवुड सिंगर फाजिलपुरिया के गानों में इस्तेमाल सांप पंजाब के मोहाली में पकड़े हैं। एक तस्कर को इन सांपों के साथ खरड़ में बस स्टैंड के पास पकड़ा गया। जिसके कब्जे से 4 कोबरा सहित कुल 7 सांप कब्जे में लिए हैं। आरोपी इन सांपों को दिल्ली से लाया था।जिनमें से 4 कोबरा का जहर भी निकला हुआ था।
सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल (PFA) ने दिल्ली से इसके लिए ट्रैप लगाया हुआ था। आरोपी की पहचान लुधियाना निवासी सिकंदर (34) के रूप में हुई है। तस्कर रेव पार्टियों में नशे के लिए सांपों का जहर मुहैया करवाता है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि इन सांपों का इस्तेमाल गायक फाजिलपुरिया और एल्विश यादव के गाने में हुआ था। यह सांप दिल्ली से हार्दिक आनंद नाम के व्यक्ति से लेकर आ रहा था।
क्या है पूरा मामला
PFA के सदस्य गौरव गुप्ता ने खरड़ पुलिस को बताया कि हार्दिक आनंद ने पिछले साल गाने की शूटिंग के लिए बॉलीवुड सिंगर फाजिलपुरिया और एल्विश यादव को 20 सांप उपलब्ध कराए थे। जिनमें से 18 सांप बरामद हो चुके हैं। इसमें 11 कोबरा सांप हैं।
नोएडा पुलिस और वन विभाग की टीम ने 5 सपेरे गिरफ्तार किए थे। जिनके पास से 5 कोबरा और कुछ जहर बरामद हुआ था जिस के चलते नोएडा पुलिस ने पिछले साल (2023) नवंबर महीने में बिग बॉस OTT-2 के विनर एल्विश यादव के खिलाफ सेक्टर 49 थाने में मुकदमा दर्ज किया था . रेव पार्टी में सांपों का जहर उपलब्ध कराने और सांपों की तस्करी करने के आरोप में उनके ऊपर एफआईआर दर्ज हुई थी। इस मामले में पीपल फॉर एनिमल्स के सदस्य सांप मुहैया कराने वाले की तलाश में थे। पीपल फॉर एनिमल के सदस्य सौरभ गुप्ता के मुताबिक, उन्हें इसके बारे में गुप्त सूचना मिली थी, इसी मामले में लुधियाना से संगठन के 4 सदस्य इस आरोपी के पीछे लगे हुए थे। सौरभ गुप्ता के मुताबिक, हमने ग्राहक बनकर हार्दिक का रेफरेंस देते हुए सिकंदर को फोन कर सांपों की जरूरत बताई थी तो वह 7 सांप देने के लिए तैयार हो गया था। आरोपी सिकंदर ने खुलासा किया है कि हार्दिक ने पुलिस छापे के डर से लगभग 10 दिन पहले ही उसे सांप दिए थे। आरोपी ने यह भी कहा कि उसने सांपों की पूजा करनी है और वह जल्द सांप ले जाएगा। चारों कोबरा सांपों का जहर निकाल दिया गया है।
आरोपी सिकंदर सहित दिल्ली निवासी हार्दिक आनंद के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धारा 9, 39, 50, 51 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
सांप के जहर का इस्तेमाल क्यों होता है
नशे के लिए सांप के जहर के इस्तेमाल की ज्यादा चर्चा नहीं होती। हालांकि इसके केस पहले भी आते रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका इस्तेमाल वो लोग करते हैं जो रेगुलर नशीले पदार्थ जैसे मॉर्फीन और कोकीन से ऊब जाते हैं।
जर्नल ऑफ साइकोलॉजिक मेडिसिन के मुताबिक, सांप के जहर का थोड़ा अमाउंट लिया जाए तो इसका साइकोएक्टिव इफेक्ट होता है। यानी ये इंसान के नर्व सिस्टम को धीमा कर देता है। कुछ स्टडी में ये भी सामने आ चुका है कि कोबरा के जहर में मॉर्फीन ड्रग जैसा नशा होता है।
सांप का जहर जब शरीर में जाता है तब खून में एक्टिव मेटाबोलाइट्स यानी खाना पचने के बाद बनने वाला पदार्थ रिलीज होता है।