रोहतक की सुनारिया जेल में साध्वी यौन शोषण, पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड और डेरा मैनेजर रणजीत सिंह मर्डर केस में सजा काट रहा, डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आएगा। शुक्रवार को उसकी 50 दिन की पैरोल मंजूर हो गई। इस बार भी वह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा आश्रम में रहेगा। राम रहीम इससे पहले 8 बार जेल से बाहर आ चुका है। इससे पहले 21 नवंबर 2023 को उसे 21 दिन की फरलो मिली थी।
उस समय राम रहीम को लेने के लिए उसकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत सुनारिया जेल पहुंची थी। हनीप्रीत अपनी गाड़ी में राम रहीम को बरनावा आश्रम पहुंची। फरलो खत्म होने के बाद 13 दिसंबर 2023 को राम रहीम वापस सुरानिया जेल में आ गया।
सिरसा डेरे आने की इजाजत नहीं
राम रहीम जब भी ज्यादा वक्त के लिए आया तो वह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बरनावा आश्रम में ही रुका। पैरोल या फरलो के दौरान उसे सिरसा स्थित उसके डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर में रुकने की इजाजत नहीं मिलती है।
इन दलीलों पर मिल रही पैरोल या फरलो
पैरोल या फरलो के लिए राम रहीम ने पहले बीमार मां को देखने की दलील दी थी। जिसके बाद वह गुरुग्राम के अस्पताल में आया था। इसके बाद उसने अपनी गोद ली हुई बेटियों की शादी कराने के लिए पैरोल मांगी। फिर यूपी आश्रम के आसपास अपने खेतों की देखभाल करने और पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम की जयंती मनाने के लिए के लिए पैरोल में दलीलें दी थी।
इस बारे में हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर भी कह चुके हैं कि राम रहीम को जेल नियमों के अनुसार पैरोल या फरलो मिलती है। इतना जरूर है कि सरकार राम रहीम को सिरसा आने की इजाजत नहीं देती।