बुधवार को जालंधर में कांग्रेस नेताओं की मीटिंग लेने पहुंचे पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज देवेंद्र यादव और प्रताप सिंह बाजवा ने सिद्धू का नाम लिए बिना इशारों-इशारों में चेतावनी देते हुए कहा- “पंजाब में ज्यादातर कार्यकर्ताओं की शिकायतें है कि डिसिप्लिन भंग करने वाले सिर्फ छोटे नेताओं पर कार्रवाई होती है, बड़े नेताओं पर नहीं। कांग्रेस में ऐसा नहीं होता। मैंने पंजाब के दौरे में जो कुछ भी देखा है, उसे हूबहू पार्टी आलाकमान को बताऊंगा। पार्टी का डिसिप्लिन भंग करने का हक किसी भी नेता को नहीं है। फिर चाहे वो नेता बड़ा हो या फिर छोटा।”
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा- “जब अंगूठे में जहर भर जाए तो उसे काट देना चाहिए, वर्ना बाद में पैर काटना पड़ सकता है। जिससे ज्यादा नुकसान होगा।”
AAP के अकेले चुनाव लड़ने के सवाल का जवाब देते हुए, हम पंजाब के वरिष्ठ नेताओं और ग्राउंड लेवल पर काम करने वाले नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं। फिलहाल पंजाब में मेरी बैठकें जारी हैं। मीटिंग के बाद पंजाब में जो भी समीकरण होंगे, उसे दिल्ली में बैठी लीडरशिप को बताएंगे। जिसके बाद सभी फैसले होंगे। पंजाब में हमारा संगठन आगे से काफी मजबूत हुआ है। मैं समझता हूं, अगर हमारा संगठन मजबूत है तो फील्ड में भी हम आगे ही रहेंगे। पंजाब का आज का सबसे बड़ा मुद्दा ड्रग्स है। जिसके बाद राज्य की लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति सबसे बड़ा मुद्दा है। इसके साथ साथ अन्य कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिस पर हमारी टीम काम कर रही है।
सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर को कांग्रेस से टिकट न देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह इस बार पटियाला से कांग्रेस की उम्मीदवार नहीं होंगी।
जालंधर सीट पर उम्मीदवार की तलाश
कांग्रेस इंचार्ज देवेंद्र यादव जालंधर लोकसभा सीट पर उम्मीदवार की तलाश में कांग्रेस भवन में नेताओं की मीटिंग लेने पहुंचे हैं। मीटिंग में ज्यादातर नेताओं ने पूर्व सांसद स्व. संतोख सिंह चौधरी की पत्नी प्रो. करमजीत कौर चौधरी को उम्मीदवार बनाने की पैरवी की। पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का प्रस्ताव भी कुछ नेताओं ने रखा। फिलहाल किसी का नाम फाइनल नहीं हुआ है।
सिद्धू पार्टी से अलग नहीं चल रहे
यादव से पूछा गया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी से अलग चल रहे हैं। आज भी वह करतारपुर साहिब गए हैं, पार्टी से अलग वह मीटिंग कर रहे हैं। यादव ने जवाब दिया कि ऐसा कुछ भी नहीं है कि कोई पार्टी के विरोध में चल रहा है। हम पार्लियामेंट के हिसाब से मीटिंग कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि सिद्धू पार्टी से अलग चल रहे हैं