आतंकी पन्नू ने दुर्ग्याणा मंदिर को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी। दुर्ग्याणा मंदिर को कपाट बंद कर चाबियां श्री अकाल तख्त साहिब पर देने की बात कही थी। पन्नू ने कहा था कि अमृतसर नगरी श्री गुरु रामदास जी ने बसाई है। यहां सिर्फ गोल्डन टेंपल हो सकता है, लेकिन उसकी तरह बना दुर्ग्याणा मंदिर नहीं हो सकता। बीते दिन दुर्ग्याणा मंदिर कमेटी कार्यालय में धमकी भरा फोन भी रिसीव हुआ। जिसमें भी दुर्ग्याणा मंदिर के दरवाजे बंद कर चाबियां श्री अकाल तख्त साहिब पर देने की बात हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया।
पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और दुर्गियाना मंदिर कमेटी की प्रधान लक्ष्मीकांता चावला ने अयोध्या से लौटते ही आतंकी पन्नू को न्योता दिया और जवाब दिया. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पन्नू को अपना नाम बदल लेना चाहिए. गुरपतवंत का अर्थ है गुरु की शिक्षा का सम्मान करने वाला। वह सिख भी नहीं है। सिख होता तो युवाओं को गुमराह कर व पैसों का लालच देकर गलत काम न करवाता। उसे खुद पैसे मिल रहे हैं, कोई विदेशी एजेंसी उससे ये करवा रही है।
पंजाब की पूर्व सेहत मंत्री व दुर्ग्याणा मंदिर कमेटी की प्रधान लक्ष्मीकांता चावला ने सिख फॉर जस्टिस व आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को अमृतसर आने का न्योता दे दिया है। लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि आतंकी पन्नू की धमकियों पर अब तरस आता है। देश इतना सशक्त है कि उसे उसकी औकात दिखा सकता है। एक बार भारत आ जाए, बता देंगे कि वह क्या है।
मां का दूध पिया तो एक बार दुर्ग्याणा आ जाए। उसे प्रसाद खिलाया जाएगा। उसे पूछा जाएगा कि किसके कहने पर ये आग लगाने वाली बातें कर रहा है। उसकी धमकियों से न हम डरने वाले हैं। बीते 40 सालों से ऐसी धमकियां आती रही हैं। लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि वह अपने आपको गुरु तेग बहादुर जी की बेटी कहती हैं, ऐसी धमकियों से वे डरने वाली नहीं।
लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पन्नू अपना नाम हाई-लाइट करने के लिए ऐसी धमकियां लगाता है। उस पर तरस आता है। उन्होंने देश व पंजाब के युवाओं से अनुरोध किया कि पैसों के लालच में आकर गलत कदम न उठाएं। पन्नू विदेश में बैठ देश का माहौल खराब करना चाहता है।
पन्नू को समझ लेना चाहिए कि अब देश का माहौल खराब नहीं हो सकता। कई साल पंजाब ने संताप झेला है और अब पंजाब में सांप्रदायिक माहौल खराब नहीं किया जा सकता