सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में फरार चल रहे दो गैंगस्टरों को पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने गिरफ्तार किया है। आरोपी मनदीप सिंह और जतिंदर सिंह लगातार लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के टच में थे। पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी साझा की।
डीजीपी यादव ने बताया कि मनदीप ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल आरोपियों को ठिकाने मुहैया कराए थे। में गैंगस्टर दीपक टीनू को भागने में भी मदद की थी। पुलिस ने आरोपियों से दो पिस्टल और 12 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है कि दोनों आरोपियों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में कई मामले दर्ज हैं।
29 मई 2022 को हुआ था मूसेवाला का कत्ल
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का 29 मई 2022 को मानसा के गांव जवाहरके में गोलियां मारकर कत्ल कर दिया गया था। उस वक्त वह बिना गनमैन के 2 दोस्तों के साथ रिश्तेदार के घर जा रहे थे। इस केस में पुलिस ने 4 शूटर हरियाणा के प्रियवर्त फौजी, अंकित सेरसा, कपिल मुंडी और कशिश को गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं, पंजाब के शूटर जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू को पुलिस ने अटारी में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया था। इस मामले में पुलिस ने 35 से ज्यादा गैंगस्टरों के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी। हत्याकांड को लॉरेंस गैंग की साजिश बताया। जिसका मास्टरमाइंड विदेश में बैठा गैंगस्टर गोल्डी बराड़ है।
गोल्डी बराड़ ने खुद कबूला मूसेवाला मर्डर
मूसेवाला के मर्डर के बाद गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर हत्या को कबूला। उसने कहा कि लॉरेंस के कॉलेज फ्रैंड विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में मूसेवाला का हाथ था। मूसेवाला के मैनेजर शरणदीप ने शूटर्स को पनाह दी और टारगेट के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने मूसेवाला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की तो मजबूर होकर हमें मर्डर करना पड़ा।