भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम के अर्जुन पुरस्कार विजेता खिलाड़ी वरुण कुमार के खिलाफ रेप के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. हैदराबाद के एक वॉलीबॉल खिलाड़ी की शिकायत के आधार पर जियान भारती थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. भारतीय हॉकी टीम के डिफेंडर वरुण कुमार के खिलाफ POCSO के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। POSCO एक्ट के तहत पीड़िता ने वरुण कुमार के खिलाफ बैंगलोर के पुलिस थाने में शिकायत दी. पीड़िता का आरोप है कि वरुण कुमार ने उस वक्त शारीरिक रुप से प्रताड़ित किया जब उनकी उम्र महज 17 साल थी.
पीड़िता ने वरुण कुमार पर शादी के बहाने झांसा देने का आरोप लगाया है. पीड़िता का आरोप है कि पिछले 5 साल से वरुण कुमार उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. इस महिला से वरुण कुमार की मुलाकात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वरुण कुमार और पीड़िता एक दूसरे को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के ज़रिए मिले. दोनों की जान-पहचान जब हुई थी उस वक्त पीड़िता की उम्र महज 17 साल थी. ऐसा कहा जाता है कि वरुण कुमार और पीड़िता स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) में ट्रेनिंग ले रहे थे. दोनों एक दूसरे को 2019 से जानते हैं. बहरहाल, भारतीय हॉकी टीम के प्लेयर वरूण कुमार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. FIR दर्ज होने के बाद ज्ञानभारती पुलिस जालंधर में आरोपी वरुण की तलाश कर रही है. वरुण हिमाचल प्रदेश के हैं, लेकिन रहते जालंधर में हैं. वरुण को लेकर अधिकारिकयों ने कहा, “वह भाग रहे हैं और उनकी तलाश जारी है.
भारत के लिए जीता खिताब: मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले वरुण कुमार हॉकी के लिए पंजाब आए थे। 2017 में भारतीय टीम के लिए पदार्पण किया, 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता। वरुण कुमार 2022 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारत की कांस्य पदक विजेता टीम के सदस्य थे। इस जीत के बाद, हिमाचल प्रदेश सरकार ने टीम के ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद हॉकी खिलाड़ी के रूप में उनके योगदान को मान्यता देते हुए 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।
वरुण कुमार को साल 2018 में अर्जुन अवॉर्ड भी दिया गया था