पंजाब के युवाओं को खेलों के क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए, पंजाब में हरियाणा की तर्ज पर खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए राज्य सरकार ने खेल नर्सरी स्थापित करने दिशा में कदम बढ़ा दिया है। पहले चरण में 14 गेम्स के लिए 205 कोच और 21 सुपरवाइजर की नियुक्ति की जाएगी। मार्च के पहले हफ्ते तक यह सारी प्रक्रिया पूरी होगी। सरकार की कोशिश यही है कि नए सेशन से युवाओं को खेल नर्सरी बनाकर सौंप दी जाए। ताकि वह अपने घरों के पास ही खेलों की अच्छे से कोचिंग ले पाएं।
सरकार ने वर्ष 2023 में खेल नीति बनाई थी। उसी के मुताबिक अब खेल नर्सरी स्थापित करने की दिशा में काम शुरू हुआ है। वैसे तो पूरे राज्य में 1000 के करीब खेल नर्सरी स्थापित की जानी हैं। लेकिन पहले चरण में 250 खेल नर्सरी बनाई जाएंगी। इनमें 45 ग्रामीण व 205 शहरी एरिया में होंगी। खेल नर्सरी में सारी तरह की सुविधाएं खिलाड़ियों काे दी जाएंगी। एक खेल नर्सरी पर अनुमानित 60 लाख रुपए तक खर्च आएगा।
खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर साफ कर चुके हैं कि पंजाब में अब खिलाड़ियों को दिक्कत नही उठानी पड़ेगी। 25 फरवरी तक इन पदों के लिए आवेदन होगा। जबकि 28 फरवरी इंटरव्यू व फिजिकल टेस्ट शुरू होंगे। आवेदक पंजाब खेल विभाग की वेबसाइट से इससे जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
विभाग की तरफ से खेल सुपरवाइजर के लिए आयु सीमा 18 से 45 साल तय की है। जबकि कोच के लिए 18 से 37 साल आयु तय की गई है। खेल सुपरवाइजर के लिए वेतन 50 हजार व कोच के लिए 25 हजार रहेगा। इन पदों के आवेदन की आखिरी तारीख 25 फरवरी तय की गई है।
खेल विभाग की तरफ से खेल नर्सरी के लिए कोच व सुपरवाइजर 3 साल के लिए भर्ती किए जाएंगे। सिलेक्शन के लिए पैरामीटर तय कर दिए गए हैं । इसमें विभिन्न स्तर के मुकाबलों के मेडल विजेताओं के नंबर तय किए हैं। कोच की सलेक्शन प्रक्रिया के लिए 100 नंबर तय किए गए हैं। उन्हें सलेक्शन प्रक्रिया में पांच चरणों से गुजरना होगा। जबकि सुपरवाइजर के लिए 50 अंक निर्धारित हैं।