बरनाला पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर काला धनौला का एनकाउंटर कर दिया है। इसमें उसकी मौत हो गई है। गुरमीत सिंह मान उर्फ काला धनौला कुख्यात हिस्ट्रीशीटर था, यह एनकाउंटर पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) द्वारा किया गया। गैंगस्टर काला धनौला जो कांग्रेसी नेता पर हमले के अलावा 40 से ज्यादा संगीन केसों में वांटेड था।
काला धनौला A-कैटेगरी का गैंगस्टर था
पंजाब पुलिस की एंट्री गैंगस्टर टास्क फोर्स ने उस वक्त एनकाउंटर किया, जब वह बरनाला से संगरूर की तरफ जा रहा था। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने फायरिंग कर दी। जानकारी के अनुसार AGTF की टीम कई दिनों से धनौला को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाकर बैठी थी। मगर वह हर बार चकमा देकर फरार हो जाता था। रविवार सुबह टीम को सूचना मिली कि गैंगस्टर काला बरनाला के देहात क्षेत्र में मूव हुआ है। सूचना के आधार पर सिविल वर्दी में पहले ही अधिकारी तैनात कर दिए गए थे। टीम ने जब गैंगस्टर को देखा तो उसे रुकने के लिए कहा। मगर धनौला ने आगे से फायरिंग कर दी। इसके बाद टीम ने जवाबी कार्रवाई की। इसमें उसकी मौके से मौत हो गई। पुलिस ने क्राइम सीन से आरोपी का वेपन कब्जे में लिया है। जिला पुलिस को भी सारे घटनाक्रम की जानकारी दी गई है।
कुछ लोगों को टारगेट करने वाला था काला
AGTF के AIG संदीप गोयल ने बताया कि गुरमीत सिंह उर्फ काला धनौला के खिलाफ 50 से ज्यादा केस हैं। उसे हत्या के केस में सजा हुई है। जनवरी में बरनाला में इसने एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला किया था। बरनाला और संगरूर में इसने काफी दहशत फैलाई हुई थी। टेक्निकल इनपुट और ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर घरौंडा के इलाके में इसे ट्रेस किया। AGTF टीम को सूचना मिली थी कि उक्त आरोपी अपने एंटी चलने वाले गैंग के कुछ लोगों को टारगेट करने वाला है। उक्त सूचना के आधार पर टीमें काला की तलाश कर रही थी। बता दें कि पहले भी काला को पुलिस ने 2 बार एनकाउंटर कर ही पकड़ा था। लेकिन, तब दोनों बार उसकी जान बच गई थी। मगर, इस बार वह गोली लगने के बाद उठ ही नहीं पाया।
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए AGTF के AIG संदीप गोयल ने बताया कि क्रॉस फायरिंग में एक इंस्पेक्टर पुष्पिंदर सिंह को गोली लगी है। इसके अलावा सब इंस्पेक्टर भी घायल हुआ है। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां से धनौला के 3 साथी भी पकड़े गए हैं।
धनौला नगर काउंसिल से उप-प्रधान रह चुका है काला
काला धनौला नगर काउंसिल धनौला से उप प्रधान भी रह चुका है। काला धनौला की मां नगर काउंसिल की प्रधान रह चुकी हैं। इस बीच काला जब क्रिमिनल बना तो पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर दोनों को पद से हटा दिया था। अपने पद से हटाए जाने पर काला ने कई पार्षदों पर हमला भी किया था। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक गैंगस्टर काला धनौला पर हत्या, हत्या की कोशिश, फिरौती मांगने, किडनैपिंग, हथियार तस्करी सहित विभिन्न एक्ट के तहत करीब 40 से ज्यादा मामले पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में दर्ज हैं।