किसानों ने 21 फरवरी को 11 बजे दिल्ली कूच का ऐलान किया है. इससे पहले हरियाणा के डीजीपी ने पंजाब के डीजीपी गौरव यादव को पत्र लिखा है. जिसमें किसानों द्वारा लाई गई पोकलेन मशीनों और जेसीबी के बारे में लिखा गया है. इसके साथ ही पत्रकारों को लेकर भी एक अहम बात कही गई है.
किसानों और केंद्र सरकार के बीच बातचीत से मसला नहीं सुलझने पर किसान संगठनों ने 21 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया है. जिसके चलते किसान संगठनों ने पूरी तैयारी कर ली है और सरकार को 11 बजे तक का समय भी दिया है. इसके साथ ही शंभू बॉर्डर पर हरियाणा सरकार द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए किसान जेसीबी और पोकलेन मशीनें लेकर आते हैं, जो पूरी तरह से बख्तरबंद होती हैं.
जिसके चलते हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने पंजाब के डीजीपी गौरव यादव को पत्र लिखा है। जिस में पोकलेन और जेसीबी मशीनों के बारे में लिखा है किसानों की इस तैयारी को देखकर हरियाणा सरकार और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं, हरियाणा के डीजीपी ने पंजाब के डीजीपी को लिखें पत्र में शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर किसानों द्वारा लाई गई पोकलेन मशीनों और जेसीबी मशीनों को रोकने के लिए कहा है. हरियाणा के डीजीपी ने कहा कि पोकलेन और जेसीबी मशीनों के इस्तेमाल से सीमा पर कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती है और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की जान भी खतरे में पड़ सकती है. जिसके चलते उन्होंने पंजाब के डीजीपी से कार्रवाई करने को कहा है और कहा है कि इन मशीनों के मालिकों को मशीनें देने से रोका जाए.
मीडियाकर्मियों को बॉर्डर से रखा जाए दूर:
साथ ही हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर मीडियाकर्मियों को बॉर्डर से करीब 1 किमी पहले ही रोकने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मियों और उनकी गाड़ियों को बॉर्डर से 1 किमी पहले ही रोक दिया जाए. हाल ही में शंभू बॉर्डर पर एक पत्रकार घायल हो गया था. जिसके आधार पर उन्होंने यह पत्र लिखा है. इसके साथ ही एक अलग पत्र के जरिए डीजीपी पंजाब से टकराव की स्थिति को देखते हुए महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को एक किलोमीटर की दूरी पर रखने का आग्रह किया गया है