रमजान का महीना चांद दिखने के साथ ही शुरू होता है. इस साल 10 मार्च, 2024 की शाम से रमजान शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसके चलते पहला रोजा अगले दिन यानी 11 मार्च को होगा. 11 मार्च को पहला रोजा शुरू होने के बाद आखिरी रोजा 9 अप्रैल को होने की संभावना जताई जा रही है. रोजा की शुरुआत सहरी खाकर की जाती है और पूरे दिन बिना भूख और प्यास के रहना होता है. इसके बाद शाम में इफ्तार किया जाता है. इस तरह से रमजान में पूरे एक महीने तक सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक अन्न-जल का त्याग करना पड़ता है. रमजान महीने के बाद शव्वल महीने की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है. जिस तरह रमजान का महीना इस्लामिक कैलेंडर का नौंवा महीना होता है. ठीक, उसी प्रकार शव्वाल का महीना इस्लामिक कैलेंडर का दसवां महीना होता है और इसी दसवें महीने की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है, जो कि मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.
इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए रमजान महीना की खास अहमित होती है. इसलिए इसे पाक यानी पवित्र या मुबारक महीना भी कहा जाता है. इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक, रमजान के महीने में ही इस्लाम की सबसे पाक यानी पवित्र किताब कुरान आसमान से नाजिल (उतारी) हुई थी. पिछले कई सालों सालों से रमजान की शुरुआत लगभग गर्मी के मौसम में हो रही थी, लेकिन इस बार रमजान की शुरुआत 11 मार्च से हो सकती है. ऐसे में 34 साल बाद रमजान का बड़ा हिस्सा यानी करीब 20 दिन मार्च महीने में पड़ेगा यानी सर्दियों के दिन में होंगे. इससे पहले साल 1991 और 1992 में रमजान का महीना मिड मार्च में शुरू हुआ था.