जगह से दूसरे शहर जाने के लिए गूगल मैप का इस्तेमाल किया. कुछ दूर यात्रा करने के बाद दोनों की कार जंगल में कीचड़ में जाकर फंस गई. शुरुआत में दोनों ने अस्थाई शेल्टर बनाने की कोशिश की, लेकिन जब ये प्लान सफल नहीं रहा तो दोनों ने वहां से पैदल ही निकलना ठीक समझा. फिलिप और मार्सेल ने बताया कि हमने इस यात्रा पर निकलने से पहले गूगल मैप्स के इस्तेमाल का फैसला किया. क्योंकि हमें लगा कि गूगल को हमसे ज्यादा रास्तों के बारे में पता है. लेकिन ये यात्रा बुरे सपने की तरह रही.
उन्होंने बताया कि जंगल से बाहर आने के लिए उन्हें पैदल नदी पार करनी पड़ी. इतना ही नहीं इस दौरान उन्हें मगरमच्छ भी मिला. Google ने इसे अपनी गलती माना और फिलिप और मार्सेल से माफी मांगी. गूगल ने बयान जारी कर घटना की पुष्टि की है और बताया कि इस सड़क को गूगल मैप्स से हटा दिया गया है. गूगल ने कहा कि ये राहत की बात है कि फिलिप और मार्सेल सुरक्षित हैं. इस घटना के बाद एक बार फिर नेविगेशन एप्स सवालों के घेरे में आ गईं हैं. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं, जब नेविगेशन एप्स ने उन्हें गलत ठिकाने पर पहुंचा दिया. गूगल मैप का इस्तेमाल लोग अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने और ट्रैफिक स्टेटस जानने के लिए करते हैं. लेकिन गूगल मैप्स ने जर्मनी के दो टूरिस्ट की जान अटका दी. दोनों को ऑस्ट्रेलिया के जंगल में हफ्ते भर तक फंसा रहना पड़ा.