मरहूम नेता प्रकाश सिंह बादल के साथी रहे। सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि उन्हें सुखबीर सिंह बादल का अध्यक्षता स्वीकार है
चंडीगढ़: मान लीजिए कि किसी भी नई पार्टी को खड़ा करना एक बड़ा जोखिम है, आज पंजाब की राजनीति में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। मरहूम नेता प्रकाश सिंह बादल के साथी रहे। सुखदेव सिंह ढींडसा पंजाब के एक बड़े नेता की घर वापसी हो रही है. वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींडसा की पार्टी अकाली दल यूनाइटेड का आज शिरोमणि अकाली दल में विलय हो जाएगा और इसके साथ ही सुखदेव सिंह ढींढसा की भी पार्टी में वापसी हो जाएगी. इस बात की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे बीच जो भी वैचारिक मतभेद या मुद्दे हैं, हम पार्टी में रहकर उन्हें सुलझा लेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें सुखबीर सिंह बादल का अध्यक्षता स्वीकार है.
आपको बता दें कि इस विलय को लेकर कई दिनों से पार्टी अध्यक्ष के साथ बैठकों का दौर चल रहा था. दो दिन पहले शिरोमणि अकाली दल यूनाइटेड के प्रमुख सुखदेव सिंह ढींडसा और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के बीच मुलाकात हुई थी. जिसमें दोनों समझौते पर राजी हो गए। इसके बाद सुखदेव सिंह ढींडसा ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की और उनकी राय मांगी. जिसके बाद उन्होंने फैसले पर मुहर लगा दी. इस संबंध में सुखदेव ढींढसा दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. इसमें सुखदेव ढींढसा, परमिंदर सिंह ढींढसा और सुखबीर सिंह बादल शामिल हो सकते हैं.
कई बैठकों के बाद ये फैसला लिया गया. इस बीच सुखदेव सिंह ढींडसा की अकाली दल में वापसी की ही चर्चाएं थीं. लेकिन इस बार यह तय होने की संभावना है. वहीं, यह भी गौरतलब है कि इस वापसी के साथ ही यह भी संकेत मिल रहे हैं कि अकाली बीजेपी के साथ गठबंधन हो सकता है. लेकिन फिलहाल किसान आंदोलन को देखते हुए ये सिर्फ अटकलें ही हैं.