कल देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अमृतसर में स्थित दुर्गियाना मंदिर में माता रानी के दर्शन करने के लिए पहुंचे, जहां उन्हें करीबब 35 मिनट इंतजार करना पड़ा। मंदिर कमेटी को इस व्यव्हार के लिए सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है। वहीं, श्री दुर्गियाना मंदिर प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष प्रोफेसर लक्ष्मी कांता चावला ने उपराष्ट्रपति के इंतजार की वजह बताई और कहा कि उन्हें पहले ही इसके बारे में सूचित किया गया था।
दरअसल, मंदिर के पट भक्तों के लिए दोपहर 1 से 3 बजे के बीच बंद कर दिए जाते हैं। दुर्गियाना मंदिर की प्रमुख लक्ष्मीकांत चावला ने कहा, उपराष्ट्रपति को मंदिर के समय के बारे में सूचित किया गया था। वह परिवार सहित करीब 2:40 बजे मंदिर पहुंचे और कार्यालय में बैठकर पट खुलने का इंतजार किया। उपराष्ट्रपति ठाकुरजी की एक झलक पाने के लिए यहां आए थे और जब उन्हें मंदिर के पट खुलने तक इंतजार करने को कहा गया तो वह अप्रसन्न नहीं हुए बल्कि कार्यलय में बैठकर आगंतुक पुस्तिका देखी और प्रसन्नता भी जताई।
लक्ष्मी चावला ने कहा कि उपराष्ट्रपति जी मंदिर कमेटी से बहुत प्रसन्न होकर गए हैं। मुझे नहीं लगता कि मंदिर में ऐसी कोई घटना, दुर्व्यवहार हुआ होगा, जिनका उन्हें बुरा लगा होगा।