विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को भारतीय नौसेना के प्रति अपने बुल्गारियाई समकक्ष के आभार का जवाब दिया
अपहृत जहाज से नागरिकों को बचाना
यह कहकर, “दोस्त इसी लिए होते हैं।”
भारतीय नौसेना ने शनिवार को मालवाहक जहाज एमवी रुएन के 17 चालक दल के सदस्यों के सफल बचाव की घोषणा की, जिसे समुद्री डाकुओं ने भारतीय तट से 1,400 समुद्री मील दूर अपहरण कर लिया था। बचाए गए व्यक्तियों में सात बल्गेरियाई नागरिक थे।
जिन्हे बिना किसी चोट के सफलतापूर्वक बचाव अभियान चलाया गया।
उप प्रधान मंत्री और विदेश मामलों की मंत्री मारिया गेब्रियल ने एक्स पर लिखा, “मैं अपहृत जहाज रुएन और 7 बीजी [बल्गेरियाई] नागरिकों सहित उसके चालक दल के सदस्यों को बचाने के सफल ऑपरेशन के लिए भारतीय नौसेना के प्रति अपना आभार व्यक्त करती हूं। इसके लिए धन्यवाद।” समर्थन और महान प्रयास। हम चालक दल (एसआईसी) के जीवन की रक्षा के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”
इसे शेयर करते हुए मंत्री जयशंकर ने लिखा, ”दोस्त इसी के लिए होते हैं.”
नौसेना की रिपोर्ट के अनुसार, वे व्यापारी जहाज पर सवार 35 समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करने में कामयाब रहे।
नौसेना अपने P-8I समुद्री गश्ती विमान, फ्रंटलाइन जहाज INS कोलकाता और INS सुभद्रा के साथ-साथ मिशन के लिए उच्च ऊंचाई वाले लंबे-धीरज (HALE) मानव रहित हवाई वाहन का उपयोग करती है। ऑपरेशन के लिए सी-17 विमान के जरिए एलीट मार्कोस कमांडो को उतारा गया।
उप प्रधान मंत्री और विदेश मामलों की मंत्री मारिया गेब्रियल ने एक्स पर लिखा, “मैं अपहृत जहाज रुएन और 7 बीजी [बल्गेरियाई] नागरिकों सहित उसके चालक दल के सदस्यों को बचाने के सफल ऑपरेशन के लिए भारतीय नौसेना के प्रति अपना आभार व्यक्त करती हूं। इसके लिए धन्यवाद।” समर्थन और महान प्रयास। हम चालक दल (एसआईसी) के जीवन की रक्षा के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”
इसे शेयर करते हुए मंत्री जयशंकर ने लिखा, ”दोस्त इसी के लिए होते हैं.”
नौसेना की रिपोर्ट के अनुसार, वे व्यापारी जहाज पर सवार 35 समुद्री लुटेरों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करने में कामयाब रहे।
नौसेना अपने P-8I समुद्री गश्ती विमान, फ्रंटलाइन जहाज INS कोलकाता और INS सुभद्रा के साथ-साथ मिशन के लिए उच्च ऊंचाई वाले लंबे-धीरज (HALE) मानव रहित हवाई वाहन का उपयोग करती है। ऑपरेशन के लिए सी-17 विमान के जरिए एलीट मार्कोस कमांडो को उतारा गया।