पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पैतृक निर्वाचन क्षेत्र संगरूर में जहरीली शराब से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है और अन्य पीड़ितों का संगरूर और पटियाला जिलों के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी ने अब इस मामले में डीजीपी पंजाब से रिपोर्ट मांगी है.
भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी से संगरूर जहरीली शराब त्रासदी पर तत्काल रिपोर्ट मांगी है। आयोग की जानकारी के मुताबिक इस मामले में करीब 21 लोगों की मौत हो चुकी है और अन्य पीड़ितों का संगरूर और पटियाला जिले के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आज पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी पंजाब को पत्र लिखकर इस पूरी घटना पर तत्काल प्रारंभिक रिपोर्ट और विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है ताकि भारत चुनाव आयोग को इस बारे में सूचित किया जा सके
राजनीतिक दलों ने पंजाब सरकार पर निशाना साधा
पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सीएम मान को घेरा और कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में जहरीली शराब से 21 मौतें हुई हैं. यह आबकारी मंत्री हरपाल चीमा का निर्वाचन क्षेत्र है। सरकार की नाक के नीचे यहां अवैध शराब का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. कुछ समय पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बयान दिया था कि जब तरनतारन में ऐसी घटना हुई है तो वहां धारा 302 दर्ज होनी चाहिए. आज इस मामले में 302 की कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने के सवाल पर सुनील जाखड़ ने कहा कि गैंगस्टर जेल से गैंग चलाते हैं. अगर पंजाब में कोई जेल है तो उस पर जेल टूरिज्म लिखना चाहिए। अगर भगवंत मान केजरीवाल की मदद करना चाहते हैं तो उन्हें पंजाब की जेल में डाल देना चाहिए। यहां की जेलों में हैं सारी सुविधाएं, तिहाड़ से सरकार चलाना है मुश्किल
वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत चीमा ने सीएम मान को घेरते हुए कहा है कि पंजाब में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है लेकिन अफसोस की बात है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने गृह जिले में हो रही मौतों को लेकर गंभीर नहीं हैं। शराब घोटाले में फंसे सीएम अरविंद केजरीवाल को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. अभी तक किसी न्यायिक जांच के आदेश नहीं दिए गए हैं और न ही मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों का हाल जाना है. जब सीएम भगवंत मान विपक्ष में थे तो उन्होंने ऐसी ही घटना पर 302 का मामला दर्ज करने की मांग उठाई थी, लेकिन आज क्या हुआ?