पंजाब में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने और सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा चक्र को मजबूत करने के उद्देश्य से पंजाब सरकार राज्य पुलिस बल में 6200 कांस्टेबलों की और भर्ती करने जा रही है। इस भर्ती के जरिए पंजाब पुलिस के अलावा आर्म्ड फोर्सेस को मजबूती मिलेगी। इस भर्ती की मंजूरी आगामी कैबिनेट की बैठक में मिलने की संभावना है। राज्य सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक पंजाब पुलिस को और मजबूत बनाने के लिए गृह विभाग व पंजाब पुलिस के आला अधिकारियों के बीच अब तक हुई कई बैठकों के बाद यह फैसला लिया गया है। 6200 जवानों की भर्ती के बाद पी.ए.पी., आई. आर.बी., आर्म्स बटालियनों की नफरी बढ़ेगी। इनमें 1600 महिला कांस्टेबलों को भी भर्ती किया जाएगा। भर्ती प्रस्ताव तैयार कर इसे मंजूरी के लिए वित्त विभाग के पास भेजा गया है और माना जा रहा है कि कैबिनेट की अगली बैठक से पहले वित्त विभाग इन भर्तियों की मंजूरी दे देगा।
भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार होंगे जवान
पंजाब पुलिस केएक आला अधिकारी ने नई भर्ती की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि नए भर्ती हुए जवानों की ट्रेनिंग में 3-4 साल लग जाते हैं। अब स्पैशल ट्रेनिंग में आतंकवादी घटनाओं, गैंगस्टरों से मुकाबला, अत्याधुनिक हथियारों का मुकाबला करने के अलावा ड्रोन मूवमैंट से निपटने आदि से निटपने का जौहर सिखाया जाता है।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के कारण जरूरी हो गया है कि नई भर्ती की जाए और जवानों को अत्याधुनिक ट्रेनिंग दी जाए ताकि वह भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें। पंजाब में गैंगस्टरों के सीमापार के आतंकियों से संबंधों के अलावा सीमापार से ड्रेन के जरिए नशीले पदार्थ और हथियारों की खेप आना बेहद चिंताजनक है। इसलिए सीमावर्ती जिलों में स्थित 422 थानों में एडीशनल फोर्स मुहैया कराई जाएगी। अभी तक पी.ए.पी. और आर्म्ड फोर्सेस में 20,000 जवान तैनात ह।ै लिहाजा भविष्य की तैयारियों के लिए इनकी संख्या बढ़ाकर 25,000 करने का प्रस्ताव है।