आज नवरात्रि का दूसरा दिन है और आज के दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने का विधान है। इनकी पूजा करने से जीवन से रोग और शोक दूर हो जाते हैं। मां ब्रह्मचारिणी मां दुर्गा की दूसरी शक्ति हैं, इनको त्याग का प्रतीक माना जाता है। ब्रह्म का मतलब होता है जिसका न ही आदि हो और न ही कोई अंत। मां ब्रह्मचारिणी का रूप कुछ इस तरह है उनके एक हाथ में कमंडल तथा दूसरे में जप की माला रहती है। जो व्यक्ति इनकी पूजा करता है उसे जीवन में आगे बढ़ने के लिए किसी भी तरह का परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। कहते हैं इनकी पूजा व्यक्ति का जीवन खुशहाल बना देती है। इसके अलावा जो लोग वैराग्य की प्राप्ति करने चाहते हैं उनके लिए भी ये दिन बेहद ही खास होता है। आज इस आर्टिकल में जानेंगे कि मां ब्रह्मचारिणी को खुश करने के लिए कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए, जिससे जीवन में बेतहाशा ख़ुशी देखने को मिले
सुबह स्नान-ध्यान से फ्री होकर इन मंत्रों का जाप करना चाहिए-
या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
1 बार इस मन्त्र के जाप से व्यक्ति को मानसिक सुख की अनुभूति होती है और ज्ञान और बुद्धि की भी प्राप्ति होती है
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नम:।
मनचाहे फलों की प्राप्ति के लिए आज सच्चे मन के साथ इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।
दिखने और बोलने में ये छोटा सा मंत्र बेहद ही चमत्कारी है। इसके जाप में जीवन और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और साथ में हर वो इच्छा पूरी होती है। जिसकी आप कामना कर रहे थे।
आज के दिन मां ब्रह्मचारिणी को खुश करने के लिए हरे के वस्त्र पहनें।
मंत्र जप से लाभ
आज चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन इस मन्त्र के जाप से जीवन में शांति और ख़ुशी देखने को मिलती है। साथ में जो छात्र या फिर व्यक्ति जीवन में बुद्धि और ज्ञान प्राप्त करने चाहता है उसके लिए ये मंत्र किसी चमत्कार से कम नहीं होते हैं। इतना ही इसी के साथ ये भी कहते हैं जो व्यक्ति सच्चे मन से इनकी आराधना करता है उसकी कुंडलिनी शक्ति भी जागृत होती है।