आज नवरात्रि का तीसरा दिन है और आज के दिन मां भगवती के तीसरे रूप मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। इनकी पूजा काफी फलदायक होती है। मां का यह स्वरूप बहुत ही प्रभावशाली माना गया है। मां चंद्रघंटा की पूजा से साहसी और पराक्रमी बनने का वरदान मिलता है। देवी चंद्रघंटा वर्ण स्वर्ण के समान चमकीला और उनका वाहन सिंह है। इनके मस्तक में घण्टे के आकार का अर्धचंद्र है, इस वजह से इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। इसी के साथ आपको बता दें कि इनकी पूजा करने से कुंडली में मंगल दोष के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती है। तो चलिए जानते हैं आज नवरात्रि के तीसरे दिन कौन से उपाय कर के मां को प्रसन्न करना चाहिए।
जिस भी व्यक्ति का मंगल ग्रह कमजबूर या फिर खराब होता है उसका मान काफी चिड़चिड़ा और गुस्से वाला हो जाता है। जिसकी वजह से अनचाही दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं ऐसा होने से बहुत से रोग आपको परेशान करने लग जाते हैं। कई बार ऐसा देखने में आता है कि जब भी हम जीवन में आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं तो कुछ बाधाएं हमारी तरक्की में परेशानियां उतपन्न करती हैं। इन सब समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए आज के दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करनी चाहिए।
बहुत कोशिश करने के बाद भी अगर आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो आज के दिन मां के सामने इस मंत्र का 51 बार जाप करें
सेहत से जुड़ी परेशानी को दूर करने के लिए और हमेशा स्वस्थ सेहत का वरदान प्राप्त करने के लिए चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन यानी आज लाल फूल, एक तांबे का सिक्का या फिर तांबे की कोई भी वस्तु मां को अर्पित करें। इसके बाद इसी सिक्के को अपने पर्स में रख लें या फिर गले में पहन लें। ऐसा करने से बिमारियों से निजात मिलता है।
मान्यताओं के अनुसार मां को पीला रंग बहुत प्रिय है। ऐसे में अगर उनको पीले रंग की किसी चीज का भोग लगाया जाए तो जीवन बेहद ही सुन्दर और खुशनुमा बन जाता है।
इसके अलावा इस मंत्र का जाप करने से मनचाहे फल की प्राप्ति मिलती है-
मान्यताओं के अनुसार इस रूप की पूजा करने से मानसिक सुख की अनुभूति होती है और अंत समय में कल्याण की प्राप्ति होती है। अपने जीवन में शांति की प्राप्ति चाहते हैं तो आज के मां चंद्रघंटा के पूजा अवश्य करनी चाहिए। ये भी कहा जाता है कि जो व्यक्ति इनकी पूजा करता है उसे बहुत सी शक्तियों का अनुभव होता है।