रेल से सफर करने वाले यात्री रूटीन गाड़ियों के स्थान पर एक्सप्रैस गाड़ियों के सफर को महत्व देते हैं। एक्सप्रैस गाड़ियों का टिकट का खर्च अधिक रहता है लेकिन व्यक्ति समय पर गंतव्य पर पहुंच जाता है लेकिन मौजूद समय में एक्सप्रैस गाड़ियों का सफर भी परेशानी भरा प्रतीत हो रहा है क्योंकि एक्सप्रैस गाड़ियों की लेट-लतीफी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। किसानों के आंदोलन के चलते शंभू के पास रेल ट्रैक प्रभावित है, जिसके चलते ट्रेनों को लंबे रास्ते के जरिए पंजाब की तरफ भेजा जा रहा है। चंडीगढ़ से होकर आने वाली ट्रेनों को जालंधर व आसपास के स्थानों में पहुंचने में कई घंटों का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ता है। इसके चलते यात्रियों का समय पर पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा। देरी से आने वाली ट्रेनों के क्रम में आलम यह बना हुआ है कि रूट पर लगने वाले समय के मुकाबले ट्रेनों को डबल समय लग रहा है। इसके चलते यात्रियों को परेशानी झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसी बीच गर्मी में बेहाल हो रहे रेल यात्रियों के लिए विभाग द्वारा कोई रास्ता नहीं निकाला जा रहा जिसके चलते यात्री विभागीय नीतियों से खफा नजर आ रहा है। लेट ट्रेनों के बारे में बात की जाए तो आम्रपाली 5 घंटे, शताब्दी 4 घंटे, वंदे भारत व जम्मू तवी 3-3 घंटे, अमृतसर एक्सप्रैस 5 घंटे व पश्चिम एक्सप्रैस 3 घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची। इसके चलते इन ट्रेनों से संबंधित यात्रियों को घंटों तक प्लेटफार्म पर इंतजार करना पड़ा और गर्मी के बीच यात्रियों की दिक्कतों में भारी बढ़ौतरी हुई। इसी क्रम में फिरोजपुर मंडल द्वारा पंजाब के विभिन्न रूटों की ट्रेनों को लगातार रद्द किया जा रहा है। इसी क्रम में शान-ए-पंजाब, ट्राई सिटी एक्सप्रैस जैसी ट्रेनें बुधवार को भी रद्द रहेगी। वहीं, 100 से अधिक गाड़ियां दूसरे रूटों के जरिए होते हुए देरी से पुहंचेगी। ट्रेनों के लेट होने के कारण यात्रियों को समय निकालकर जाना चाहिए।