विश्व के सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। Hemkund Sahib Yatra 2024 जत्था शनिवार सुबह छह बजे घांघरिया से रवाना होगा और नौ बजे हेमकुंड साहिब पहुंचेगा।
इसके बाद सुबह 9.30 बजे परंपरानुसार धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। गुरुग्रंथ साहिब को पंज प्यारों के नेतृत्व में दीवान हाल में सुशोभित किया जाएगा। सुबह 10 बजे सुखमणि साहिब का पाठ 11.20 से 12.30 बजे तक सबद-कीर्तन और 12.30 बजे इस वर्ष की पहली अरदास पढ़ी जाएगी।
हेमकुंड साहिब के कपाटोद्घाटन का साक्षी बनने पंच प्यारों के नेतृत्व में 3,500 श्रद्धालुओं का पहला जत्था शुक्रवार शाम घांघरिया गुरुद्वारा पहुंच गया।
जत्था शनिवार सुबह छह बजे घांघरिया से रवाना होगा और नौ बजे हेमकुंड साहिब पहुंचेगा। इसके बाद सुबह 9:30 बजे परंपरानुसार धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे। हेमकुंड साहिब में अभी भी सात से आठ फीट बर्फ जमी हुई है। ऐसे में श्रद्धालु दो किमी बर्फ के बीच से सफर करेंगे।
पहले जत्थे को घांघरिया के लिए रवाना किया
गोविंदघाट गुरुद्वारे के दरबार हाल में अंखड पाठ, सबद-कीर्तन व अरदास के बाद पंज प्यारों के नेतृत्व में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य प्रबधंक सरदार सेवा सिंह ने पहले जत्थे को घांघरिया के लिए रवाना किया।
सरदार सेवा सिंह ने बताया कि ग्रंथी मिलाप सिंह व कुलवंत सिंह हेमकुंड साहिब में धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन को बखूबी निभा रहे हैं। कपाट खुलने के अवसर पर जोशीमठ से सेना के ब्रिगेडियर एमएस ढिल्लो, स्वतंत्र ब्रिगेड के कमांडर रविंद्र औला, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा भी मौजूद रहेंगे। गढ़वाल स्काउट व पंजाब के सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारियों का बैंड भी भक्तिमय धुनों से यात्रा को यादगार बना रहा है।
उन्होंने बताया कि कपाट खोले जाने के साथ ही गुरुग्रंथ साहिब को पंज प्यारों के नेतृत्व में दीवान हाल में सुशोभित किया जाएगा। सुबह 10 बजे सुखमणि साहिब का पाठ, 11:20 से 12:30 बजे तक सबद-कीर्तन और 12:30 बजे इस वर्ष की पहली अरदास पढ़ी जाएगी। इसके बाद हुक्मनामा लिया जाएगा।