भारत सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में नई पहल करने की सराहना की है। बता दें कि भारत सरकार नियमित रूप से अलग-अलग विधियों द्वारा राज्यों में एनएचएम की निगरानी करती है। सबसे महत्वपूर्ण विधि है कॉमन रिव्यू मिशन (सीआरएम) जो हर साल की जाती है। सीआरएम के अंतर्गत सरकारी अधिकारियों, जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों, विकास हिस्सेदारों के प्रतिनिधियों और सिविल सोसायटी संस्थाओं की एक टीम अलग-अलग राज्यों में क्षेत्रीय दौरा करती है। सीआरएम का उद्देश्य लोगों के नजरिए से प्रोग्रामों को लागू करने का मूल्यांकन करना है।
डिप्टी डायरैक्टर जनरल, आयुष, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय डा. ए. रघु के नेतृत्व में 16 सदस्यीय 15वीं कॉमन रिव्यू मिशन टीम ने 4 से 11 नवंबर तक राज्य का दौरा कर फिरोजपुर और रूपनगर जिलों को देखा। टीम ने राज्य की प्रशंसा की और कहा कि राज्य में अधिक से अधिक संस्थागत बन बन रहे हैं और गर्भवती महिलाओं को सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में मानक खुराक मुहैया करवाई जा रही है। इसी तरह ज़्यादातर स्वास्थ्य संस्थाओं में परिवार नियोजन सम्बन्धी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। जिÞला अस्पतालों में फैमिली पिर्टसपेटरी केयर का अभ्यास किया जा रहा है। जिला अस्पतालों में ब्रैस्ट फीडिंग कॉर्नर स्थापित किए गए हैं। एडब्ल्यूसीज और सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में आर.बी.एस.के. स्क्रीनिंग करवाई जा रही है और बच्चों को मुफ्त सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
सी.एच.ओज के साथ एच.डब्ल्यू.सीज के संचालन का लक्ष्य पूरा किया
यह भी देखा गया कि टीकाकरण सेवाएं आऊटरीच कैंपस (ममता दिवस) और एससी-एचडब्ल्यूसी स्तर तक सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर उपलब्ध हैं। आशा वर्करों द्वारा माताओं और बच्चों को टीकाकरण के लिए सैशन साइटों पर ले जाया जाता है। राज्य में उमंग क्लीनिक कार्यशील है और एससी-एचडब्ल्यूसी और एडब्ल्यूसी में सैनेटरी नैपिकन मुहैया करवाए जाते हैं। सीआरएम ने यह भी नोट किया कि राज्य ने सीएचओज के साथ एचडब्ल्यूसीज के संचालन के लक्ष्य को पूरा कर लिया है।
एमबीबीएस डाक्टर और पैरा-मैडीकल स्टाफ की एक टीम के साथ क्लीनिक सुचारू ढंग से चलाए जा रहे हैं। मरीजों के डाटा की रिपोर्टिंग और रिकॉर्डिंग के लिए कागज रहीत प्रणाली उपलब्ध है। आम आदमी क्लीनिकों में विभिन्न लैब टैस्ट और दवाएं मुफ्त उपलब्ध हैं। बेहतर कम्युनिटी अवेयरनैस के साथ 108 एंबुलैंस सेवा का प्रयोग किया जा रहा है। झुग्गी-झोपड़ी, दूर-दराज के इलाके और संवेदनशील क्षेत्रों तक पहुंच के लिए एमएमयूज कार्यशील हैं। एसएचसी स्तर तक विभिन्न स्वास्थ्य आईटी पोर्टलों/एप्स का उपयुक्त ज्ञान और अभ्यास उपलब्ध है। इस दौरान सचिव स्वास्थ्य पंजाब अजॉय शर्मा और मिशन डायरैक्टर, नैशनल हैल्थ मिशन, पंजाब डा. अभिनव त्रिखा द्वारा टीम के सदस्यों को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।