लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर मतदान का काम पूरा हो गया है। इस बार चुनाव आयोग की ओर से 70 पार मतदान का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लोकसभा हलका इस लक्ष्य को पूरा करने में विफल रहा। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से मतदाताओं को लगातार मतदान के लिए प्रेरित किया गया, लेकिन फिर भी उन्होंने वोटिंग को लेकर ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया।
गुरदासपुर में 55 फीसदी पड़े वोट
आंकड़ों पर गौर करें तो इस बार के चुनाव में सबसे कम मतदान गुरदासपुर विधानसभा हलके से हुआ, यहां पर केवल 55 फीसदी ही वोट पड़े। मतदान के मामले में सबसे आगे विधानसभा हलका सुजानपुर रहा, जहां पर 72.57 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान जहां 69.51 फीसदी वोट पड़े थे, वहीं इस बार केवल 65.18 फीसदी मतदान ही हुआ। इस बार मतदान प्रतिशत में 4.33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। अब चार जून को मतगणना का काम होना है, जिसकी तैयारियां चल रही हैं।
भाजपा प्रत्याशी के हलके में पड़े सबसे ज्यादा वोट
इस बार के लोकसभा चुनाव की खास बात यह है कि भाजपा की ओर से दिनेश सिंह बब्बू को अपना उम्मीदवार बनाया गया है। अगर मतदान के आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा वोट बब्बू के हलके में ही पड़े हैं। ज्ञात रहे कि बब्बू साल 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में सुजानपुर से जीत दर्ज कर चुके हैं। इस हलके के मतदाताओं ने इन चुनावों में मतदान को लेकर ज्यादा उत्साह दिखाया है।
1885 बूथों पर हुई पोलिंग
रिटर्निंग अधिकारी विशेष सारंगल ने बताया कि मतदान शांतिमय ढंग से पूरा हुआ। लोकसभा हलके के सभी 18885 बूथों पर पोलिंग स्टाफ और मतदाताओं की सुविधा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। युवा वोटरों में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला और प्रशासन ने उन्हें सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। इसके अलावा 80 साल से ज्यादा के बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों को भी सम्मानित किया गया। उन्होंने वोटरों का पोलिंग स्टाफ से सहयोग करने के लिए धन्यवाद किया।
इसके अलावा पोलिंग स्टाफ को सफलतापूर्व चुनाव कराने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टाफ ने अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और तनदेही के साथ निभाई। उन्होंने पंजाब पुलिस और पैरा मिल्ट्री फोर्स के जवानों की सुरक्षा को लेकर निभाई गई सेवाओं की प्रशंसा करते कहा कि उन्होंने पेशेवर ढंग से सेवा निभाकर अपनी रिवायत को कायम रखा है।