भीषण गर्मी के बीच सभी को बारिश का बेसब्री से इंतजार है। पिछले कुछ दिनों के दौरान बादल तो बन रहे है लेकिन बारिश नहीं हो रही। माहिर का कहना है कि बादल भले ही बरस नहीं रहे, लेकिन बादलों की वजह से तीखी धूप से राहत मिलती है।
इसी क्रम में बारिश पड़ने के आसार भी बन रहे है। मौसम विभाग आंधी होने की संभावना जताई गई है। वहीं, जालंधर जिले के पड़ोसी जिले भी यैलो अलर्ट में ही रहेंगे। बठिंडा साइड के जिलों में orange अलर्ट रहेगा जबकि इससे जालंधर पर कोई अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि मौसम का अधिक प्रभाव पड़ोसी जिलों की स्थिति पर निर्भर करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि शनिवार को वोटिंग के कारण सड़कों पर ट्रैफिक कम था व आज के मुताबिक बताया गया है कि जालंधर में आने वाले कुछ दिनों में बारिश होने की संभावना बन रही है। वहीं, पड़ोसी राज्यों हिमाचल के उपरी इलाकों में सोमवार को बारिश होने का अनुमान जारी किया गया है। पहाड़ी इलाकों में बारिश होने से पड़ेसी राज्यों को लाभ होता है क्योंकि इससे हवा में नमी बढ़ जाती है।
मौसम विशेषज्ञों ने गर्मी से बचने के उपाय भी बताए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी), क्लीन एयर पंजाब और संस्था असर की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में मौसम वैज्ञानिकों ने मानसून, क्लाउड सीडिंग से लेकर तमाम मुद्दों पर बात की। कहा कि ग्लोबल वार्मिंग ने मौसम का पैटर्न बदल दिया है। हमारी रोजमर्रा की आदतें, पराली जलाने, दुनिया में चल रहे युद्ध आदि ग्लोबल वार्मिंग का कारण बन रहे हैं।
इतनी गर्मी क्यों पड़ रही है?
सबसे बड़ा कारण ग्लोबल वार्मिंग है। बीते कुछ सालों में प्रकृति के साथ किए गए छेड़छाड़ का नतीजा देखने को मिल रहा है। ग्रीन हाउसेज गैसों के बढ़ने से एक्सट्रीम वेदर कंडीशन बढ़ते जा रहे हैं। पिछले साल जुलाई महीने में हुई अत्यधिक बारिश हो या अब भीषण गर्मी, यह सब इसके ही नतीजे हैं।
चंडीगढ़ में बारिश दो ही कारणों से होती है। पहला मानसून और दूसरा पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस)। मानसून आने में अभी एक महीने का समय है। पश्चिमी विक्षोभ की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। सिर्फ मॉनिटर किया जा सकता है। अभी कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ बनता नजर नहीं आ रहा है इसलिए अगले पांच-छह दिनों में बारिश की संभावना नहीं है। अगले दो दिन भीषण गर्मी पड़ेगी। उसके बाद तापमान में एक-दो डिग्री की गिरावट आएगी लेकिन पारा 40 डिग्री के आसपास ही बना रहेगा। लोगों को फिलहाल गर्मी झेलनी होगी।