पूर्व सीएम और जालंधर से पार्टी के उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी ने जीत हासिल कर ली है ।
कांग्रेस के उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी ने ये सीट अपने नाम कर ली है। 175807 वोटों से चन्नी ने जीत दर्ज कर ली है। कांग्रेस प्रत्याशी को 389509 वोट मिले। वहीं भाजपा के सुशील रिंकू को 213702 वोट मिले।
पंजाब की 13 में से एक सीट पर नतीजा आ गया है । यह नतीजा कांग्रेस के लिए खुशखबरी लेकर आया है. यहां की जालंधर सीट से पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी चुनाव जीत गए हैं । चरणजीत सिंह चन्नी का मुख्य रूप से मुकाबला बीजेपी के सुशील कुमार रिंकू से था। जो चुनाव से पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे।
रिंकू के अलावा इस सीट पर अन्य मुख्य प्रत्याशियों में शिरोमणि अकाली दल के मोहिंदर सिंह केपी, बसपा के बलविंदर कुमार और आम आदमी पार्टी के पवन कुमार टीनू हैं। जालंधर आरक्षित सीट है।
1999 से लेकर 2019 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है लेकिन पिछले चुनाव में आप ने चुनाव जीता था और सुशील कुमार रिंकू सांसद निर्वाचित हुए थे जो कि अब बीजेपी का हिस्सा हैं ।
जालंधर सीट पर 1 जून को अंतिम चरण के तहत मतदान कराए गए थे. इस सीट पर 59.70 प्रतिशत वोट पड़े हैं. पिछले चुनाव के मुकाबले यहां कम वोटिंग हुई है. 2019 चुनाव में जालंधर सीट पर 63.04 प्रतिशत मतदान हुआ था।
कांग्रेस की जालंधर में 5 साल बाद वापसी
जालंधर में कांग्रेस ने पांच साल के अंतराल के बाद वापसी की है । हालांकि वह अभी भी छह सीटों पर आगे चल रही है जिसमें लुधियाना सीट शामिल है । लुधियाना से कांग्रेस अमरिंदर सिंह राजा वडिंग आगे चल रहे हैं । वहीं, आम आदमी पार्टी तीन सीटों पर आगे चल रही है
मंत्री से लेकर सीएम पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं चन्नी
चरणजीत सिंह चन्नी की बात करें तो उन्होंने पंजाब के 16वें सीएम के रूप में जिम्मेदारी संभाली है । वह अमरिंदर सिंह की सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं । वह पहले दलित नेता हैं जो कि पंजाब के सीएम बने थे । चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के मकरौना कलां गांव के रहने वाले हैं । उन्होंने जालंधर से एमबीए की डिग्री हासिल की है । उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2002 में खरार के नगर निगम पार्षद के रूप में की थी ।