पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर मौजूद प्रदर्शनकारी किसानों से टीएमसी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी की किसान नेताओं से फोन पर बात भी कराई।
टीएमसी किसानों के न्याय के लिए हमेशा खड़ी- ममता बनर्जी
बातचीत के दौरान ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) किसानों के न्याय के लिए हमेशा खड़ी रहेगी। पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, डोला सेन, सागरिका घोष और साकेत गोखले शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल ने किसानों के विरोध प्रदर्शन का किया दौरा
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सागरिका घोष ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज 5 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में @AITCofficial की टीम खनौरी सीमा पर किसानों के विरोध प्रदर्शन का दौरा किया। हमारी नेता @MamataOfficial ने किसान नेताओं से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि @AITCofficial हमेशा किसानों के न्याय के लिए खड़ी रहेगी। जय हिंद। जय किसान।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता अभिमन्यु कोहर ने कहा कि टीएमसी प्रतिनिधिमंडल एक घंटे के लिए संगरूर जिले के खनौरी में था। उन्होंने फरवरी में हरियाणा के साथ सीमा बिंदु पर पुलिस के साथ हुई झड़प का जिक्र करते हुए कहा कि वे उस स्थान पर गए जहां ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हुए थे और शुभकरण सिंह को गोली लगी थी। उन्होंने किसानों से बात की।
MSP पर कानूनी गारंटी का उठाएगी मुद्दा- प्रतिनिधिमंडल
संयुक्त किसान मोर्चा के अभिमन्यु कोहर ने कहा कि बनर्जी ने किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल से बात की। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि टीएमसी संसद के मानसून सत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी का मुद्दा उठाएगी। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा किसानों द्वारा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं जिससे सरकार पर उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जा सके, जिसमें केंद्र को फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देनी चाहिए।
झड़प के दौरान शुभकरण सिंह की हुई थी मौत
किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डटे हुए हैं, जब उनके मार्च को सुरक्षा बलों ने रोक दिया था। 21 फरवरी को खनौरी में हुई झड़पों में बठिंडा के मूल निवासी शुभकरण सिंह (Shubhkaran Singh) (21) की मौत हो गई और 12 पुलिस कर्मी घायल हो गए। यह घटना उस समय हुई जब कुछ प्रदर्शनकारी किसान बैरिकेड्स की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें राज्य की सीमा पार कर दिल्ली की ओर मार्च करने से रोक दिया था।