कोविड-19 महामारी के 2021 में चरम पर होने के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की भूमिका निभाने वाले मनसुख मंडाविया को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में अनुराग ठाकुर की जगह भारत का नया खेल मंत्री नियुक्त किया गया है।
मंडाविया ने गुजरात की पोरबंदर लोकसभा सीट पर अपने निकटतम कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी ललित वसोया को 3.83 लाख मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की। युवा मामलों एवं खेल मंत्रालय के अलावा मंडाविया को सोमवार को घोषित नए मंत्रिमंडल में रसायन और उर्वरक मंत्रालय का भी प्रभार दिया गया।
मंडाविया को 2021 के मध्य में स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जब देश कोविड-19 संकट से जूझ रहा था। उस समय उन्होंने डॉ हर्षवर्धन की जगह ली थी जिन्हें फेरबदल के तहत मंत्रिपरिषद से हटा दिया गया था।
मंडाविया के मंत्रालय को तब ऑक्सीजन और दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने और कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान टीकाकरण कार्यक्रम की देखरेख का काम सौंपा गया था।
कौन हैं मनसुख मांडविया?
मनसुख पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में सक्रिय रहे और वे साल 2002 में गुजरात विधानसभा चुनाव में सबसे युवा उम्र के एमएलए बने थे. मनसुख मांडविया पालिताना सीट से जीतकर गुजरात विधानसभा तक पहुंचे थे. मनसुख गुजरात में कई सालों तक राज्य सचिव बने रहे और आखिरकार 2012 में राज्य सभा सांसद चुने गए ।
पढ़ाई की बात करें तो मनसुख ने सामाजिक विज्ञान में भावनगर यूनिवर्सिटी से मास्टर्स डिग्री प्राप्त की है. इसी क्षेत्र में उन्होंने गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट एंड रिसर्च से पीएचडी भी की है. बता दें कि मनसुख मांडविया गुजरात की पोरबंदर सीट से जीतकर आए हैं, जहां उन्होंने कांग्रेस के ललित वासोया को 3.83लाख वोटों के अंतर से हराया था ।
बता दें कि 2014 और 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था, लेकिन इस बार बहुमत ना मिलने के कारण भाजपा ने जेडीयू और टीडीपी समेत कई अन्य छोटी पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाई है।
मनसुख मांडविया के सामने सबसे पहली चुनौती पेरिस ओलंपिक 2024 की होगी । हालांकि पेरिस ओलंपिक्स की तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं, लेकिन उसके बाद देखना दिलचस्प होगा कि मनसुख मांडविया भारत में खेलों के संबंध में क्या बड़े फैसले लेते हैं ।