लोकसभा चुनावों के नतीजो के बाद नए बने सांसदों द्वारा अपने पूर्व पदो से इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। इसी के चलते विधानसभा स्पीकर द्वारा कई नेताओं के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि विधानसभा स्पीकर कुलतार संधवा ने गुरदासपुर से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा और होशियारपुर से सांसद बने राज कुमार चब्बेवाल का विधायकी पद से इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
गौरतलब है कि सुखजिंदर सिंह रंधावा डेरा बाबा नानक और राज कुमार चब्बेवाल हलका चब्बेवाल से विधायक थे। वहीं आपको आपको बता दें कि गिद्दड़बाहा से पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है, जोकि अब लुधियाना से सांसद चुने गए है। इसके साथ पंजाब 3 विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं।
संगरूर से सांसद चुने गए कैबिनेट मंत्री गुरमीत मीत हेयर जल्द ही बरनाला विधानसभा सीट से इस्तीफा देंगे। इस्तीफे मंजूर होने के बाद इन सभी विधायकों की सीट पर उप चुनाव करवाए जाएंगे। चुनाव आयोग द्वारा इन सीटों पर चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी। जालंधर वेस्ट सीट से शीतल अंगुराल ने लोकसभा चुनावों से पहले ही चुनाव दे दिया था जहां पर 10 जुलाई को उप चुनाव होने जा रहे हैं।
आपको बता दें कि पंजाब में 4 विधायक चुनाव जीते हैं जिनमें डेरा बाबा नानक से सुखजिंदर सिंह रंधावा, गिद्दड़बाहा से राजा वड़िंग, बरनाला से गुरमीत सिंह मीत हेयर व चब्बेवाल होशियारपु से कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए राज कुमार चब्बेवाल शामिल है। बता दें कि एक ही समय पर 2 पदों पर नहीं रहा जा सकता।
लुधियाना से सांसद है राजा वड़िंग
कांग्रेस पंजाब प्रधान राजा वड़िंग ने लोकसभा सीट लुधियाना से चुनाव लड़ा था। उन्होंने इस सीट से भाजपा के रवनीत सिंह बिट्टू को 20 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। बिट्टू पिछले 10 साल से लुधियाना के सांसद के तौर पर काम रहे थे।
लोकसभा में 4 विधायकों ने जीते चुनाव
आपको बता दें कि इस बार पंजाब लोकसभा चुनाव में 4 विधायक जीते हैं। जिसमें कांग्रेस के डेरा बाबा नानक से विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष व गिदड़बाहा के विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, बरनाला से आप के विधायक व मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हुए राज कुमार चब्बेवाल शामिल है।
20 जून है इस्तीफा देने की आखिरी तारीख
पंजाब में अभी तक 3 नेताओं ने ही लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया है। पर अभी तक संगरुर सीट से लोकसभा चुनाव जीतने वाले मीत हेयर ने इस्तीफा नहीं दिया है। स्पीकर को इस्तीफा देने की आखिरी तारीख 20 जून है। अगर इस्तीफा नहीं मिलता तो इलेक्शन कमिशन लोकसभा सीट को खाली मान लेगा।
कानूनी तौर पर सांसद बने सभी नेताओं को 20 जून तक अपने पूर्व पदों से इस्तीफा देना होगा। अगर कहीं नेताओं द्वारा इस्तीफा नहीं दिया जाता तो उस विधानसभा सीट को खाली समझा जाएगा। 4 जून को चुनावों के नतीजे के बाद सभी लोकसभा सांसदों को पत्र जारी कर दिया गया था। इसके अनुसार नोटिफिकेशन जारी होने के 14 दिनों के अंदर-अंदर इस्तीफा देने की प्रक्रिया पूरी करने होगी।