जालंधर के एक कारोबारी से आतंकी लखबीर सिंह लंडा ने दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी न देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसी मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लंडा के परिजनों समेत छह को गिरफ्तार किया है। सभी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
जालंधर के सबसे पॉश इलाके मॉडल टाउन में एक कारोबारी से दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने आतंकी लखबीर लंडा के छह परिजनों और उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने लखबीर सिंह की मां परमिंदर कौर, बहन जसपाल कौर, हवलदार जीजा रणजोत सिंह, उसके साथी यादविंदर की मां बलजीत कौर, पिता जयकार सिंह और बहन हुस्नप्रीत कौर को गिरफ्तार किया है। सभी की सिविल अस्पताल जालंधर में मेडिकल जांच कराई गई। पुलिस ने सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों और मोबाइल फोन की जानकारी जब्त कर ली है। हालांकि पुलिस ने दो दिन का रिमांड मांगा था। लेकिन बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलों के आधार पर अदालत ने सिर्फ एक दिन का रिमांड दिया
पिछले 10 दिनों में कनाडा निवासी आतंकी लखबीर सिंह और उसके साथी यादविंदर सिंह के खिलाफ जालंधर के अलग-अलग थानों में दो मामले दर्ज हुए हैं। पहला मामला थाना बस्ती बावा खेल और दूसरा मामला थाना डिवीजन नंबर छह में दर्ज हुआ है।
बीते दिन जालंधर के लैदर कॉम्प्लेक्स में कोहली प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों से भी रंगदारी मांगी गई थी। इस मामले में जालंधर सिटी पुलिस ने आतंकी लंडा के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया था। जिनमें तरनतारन के रहने वाले गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, जगरूप सिंह जूपा और होशियारपुर के रहने वाले भूपिंदर सिंह उर्फ बंटी शामिल थे।
पुलिस ने यूएपीए के तहत केस दर्ज किया
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था. साथ ही सीपी स्वपन शर्मा ने कहा था कि उन्हें आरोपियों से इस बात के पर्याप्त सबूत मिले हैं कि वे लांडा के संपर्क में थे।
जिसमें आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि वे शहर के अन्य प्रसिद्ध व्यवसायियों को भी निशाना बना रहे थे लेकिन उससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन मामला पूरी तरह सुलझा भी नहीं था कि दोराबा से एक और कारोबारी का फोन आ गया ।
सीपी स्वप्न शर्मा ने कहा था कि उन्हें आरोपियों से पुख्ता सबूत मिले हैं कि वह लंडा के संपर्क में थे। आरोपियों ने ये भी माना कि वह शहर के अन्य प्रमुख कारोबारियों को भी टारगेट कर रहे थे। मगर इससे पहले ही उनकी गिरफ्तारी हो गई। मगर अभी वह केस पूरी तरह से नहीं सुलझा था कि एक अन्य कारोबारी को दोबारा से कॉल आ गई।