सिकल सेल डिजीज एक जेनेटिक ब्लड डिसऑर्डर है, जिसमें कठोर, सिकल यानी हंसिया या दंराती के आकार के रेड ब्लड सेल्स सामान्य ब्लड फ्लो में बाधा डालती हैं। यह गंभीर समस्या है, लेकिन बावजूद इसके लोगों के बीच इसे लेकर जागरूकता की कमी है। ऐसे में इसे लेकर लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 18 जून को World Sickle Cell Day मनाया जाता है।
यह दिन इस ब्लड डिसऑर्डर से प्रभावित लोगों के संघर्ष के बारे में जागरूकता बढ़ाने के मकसद से भी मनाया जाता है। इस मौके पर हर साल कई कार्यक्रमों और रैलियों का का आयोजन किया जाता है। साथ ही इस दिन को हर साल एक थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल इस दिन के लिए “प्रगति के माध्यम से आशा: विश्व स्तर पर सिकल सेल देखभाल को आगे बढ़ाना (Hope Through Progress: Advancing Sickle Cell Care Globally)।” थीम तय की गई है।