राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत पंजाब के नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह की हिरासत अवधि एक साल के लिए बढ़ा दी गई है ।
इस लेकर शिरोमणी अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए बढ़ाए जाने पर कड़ा विरोध जताया है । उन्होंने इसे संविधान का उल्लंघन करार दिया है ।
सुखबीर सिंह बादल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, मैं और मेरी पार्टी भाई अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए बढ़ाए जाने का कड़ा विरोध करते हैं क्योंकि यह संविधान और मानवाधिकारों का उल्लंघन है ।
भाई अमृतपाल सिंह के साथ हमारी विचारधारा अलग हो सकती है लेकिन हम उनके खिलाफ या किसी और के खिलाफ दमन और अन्याय का विरोध करेंगे ।
पंजाब के सीएम पर साधा निशाना
एक बयान में सुखबीर बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधा और उन्हें सिख और पंजाब के मुद्दों पर दिल्ली के इशारों पर नाचने के लिए जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि इस फैसले से भगवंत मान का सिख विरोधी चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। अकाली नेता ने कहा कि अमृतपाल से हमारे वैचारिक मतभेद अपनी जगह हैं, पर हमें गुरु साहिबान ने यह रास्ता सिखाया है कि जुल्म अपने विरोधी पर भी हो तो भी उसके खिलाफ आवाज बुलंद करना खालसा का फर्ज है।
SAD ने अमृतपाल सिंह के NSA बढ़ाने का किया विरोध
उन्होंने आगे कहा, हमें इसकी परवाह नहीं है कि इसके लिए हमें कितनी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी। ये वे सिद्धांत हैं जो महान गुरु साहिबान ने हमें सिखाए हैं। मैं इन सिद्धांतों से पीछे नहीं हटूंगा। अकाली दल राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के माहौल के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इसे बनाए रखने के प्रयासों का नेतृत्व करना जारी रखेगा ।
काले कानून स्वीकार नहीं- सुखबीर सिंह बादल
उन्होंने ये भी कहा, ”शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के बिना कोई प्रगति और समृद्धि नहीं हो सकती और हमारी पार्टी इस संबंध में अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेगी साथ ही, हम एनएसए (NSA) और यूएपीए (UAPA) जैसे दमनकारी काले कानूनों का भी समान रूप से दृढ़ता से विरोध करते हैं. काले कानून स्वीकार नहीं हैं”
डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद है अमृतपाल
पंजाब के नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह और नौ अन्य की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में हिरासत बुधवार को एक साल के लिए बढ़ा दी गई. वह पिछले साल मार्च से जेल में हैं ।
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह और तीन सहयोगियों की हिरासत 24 जुलाई को समाप्त होने वाली थी, जबकि छह अन्य सहयोगियों की एनएसए हिरासत 18 जून को समाप्त होने वाली थी ।
अपने पहले चुनावी मुकाबले में सिख कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह ने जीत हासिल की. खडूर साहिब सीट पर उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा को 1,97,120 वोटों से हराया ।