इस पर विपक्ष नेता प्रताप सिंह बाजवा और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने हमला बोला है। बाजवा ने कहा मालविंदर कंग के बयान से स्पष्ट है कि आप सरकार की प्रशासन पर पकड़ नहीं है।
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने आम आदमी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि आप लोकसभा चुनाव में अपने काम के आधार पर वोट नहीं मांग रही थी बल्कि उसे अफसरशाही पर भरोसा था।
दोनों ही नेताओं ने श्री आनंदपुर साहिब के सांसद व आप के मुख्य प्रवक्ता मालविंदर कंग उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा कि आप की हार का कारण अफसशाही बनी।
विपक्षी नेता Partap Singh Bajwa ने बोला हमला
बाजवा ने अपने एक्स पर लिखा कि आप ने स्पीकार कर लिया है कि वह राज्य को चलाने में विफल रही है। वहीं, मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान काम के आधार पर वोट नहीं मांग रहे थे, उन्हें अफसरशाही पर भरोसा था कि वह वोट दिलवा देंगे।
बाजवा ने लिखा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 10 हजार पुलिस मुलाजिमों के तबादले को लेकर कहा था कि यह कदम पुलिस और ड्रग्स तस्करों के बीच के नेक्सेस को तोड़ने के लिए उठाया गया है।
जबकि डीजीपी ने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि तबादले का ड्रग्स के साथ कोई लेना-देना है। वहीं, अब मालविंदर कंग ने आप की हार का ठीकरा अफसरशाही पर फोड़ा है।
Majithia बोले- प्रशासन चलाने में रहे विफल
उन्होंने खुद ही स्वीकार कर लिया कि लोगों ने 92 सीटें जिताकर आप को भारी बहुमत दिया था वह प्रशासन चलाने में विफल रहे हैं। वहीं, मजीठिया ने कहा कि अगर जालंधर पश्चिमी उप चुनाव में आप की जीत होती है तो इसका श्रेय आप को नहीं बल्कि अफसरशाही को जाएगा। क्योंकि जब वह हार के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं तो जीत के लिए भी वहीं जिम्मेदार होंगे।
सरकार की कारगुजारी शून्य- Majithia
मजीठिया ने कहा कि कंग ने स्पष्ट कर दिया हैं कि आप अफसरशाही से हरेक प्रकार की मदद चाहते हैं, जिसके लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
मजीठिया ने कहा कि आप ने यह भी स्वीकार कर लिया हैं कि सरकार की कारगुजारी शून्य है। जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान लोक सभा चुनाव में सरकार के कामकाज पर वोट मांग रहे थे। मुख्यमंत्री 13-0 का दावा कर रहे थे। जब लोगों ने आप सरकार को हरा दिया तो इसके लिए अफसरों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।