लोकसभा क्षेत्र खडूर साहिब से आजाद उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल करने वाले अमृतपाल सिंह से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल सिंह 5 जुलाई को सांसद पद की शपथ लेने वाले हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह को पैरोल पर बाहर लाया जा सकता है, जिस दौरान वह मंत्री पद की शपथ लेंगे।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह पैरोल कितने दिनों की होगी और कब होगी, लेकिन यह स्पष्ट है कि यदि अमृतपाल सिंह शपथ लेते हैं बतौर एम.पी. खडूर साहिब का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे। बता दें कि अमृतपाल सिंह फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में कैद हैं। अमृतपाल सिंह और उनके साथियों के खिलाफ NSA दर्ज किया गया है।
पंजाब की खडूर साहिब से सांसद बने ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) सांसद सदस्य की शपथ लेगा। राज्य सरकार ने खडूर साहिब से चुने गए सांसद अमृतपाल सिंह को शपथ दिलाने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को आवेदन भेजा है।
ओम विरला को लिखा गया पत्र
जानकारी के मुताबिक डिब्रूगढ़ जेल के सुपरिटेंडेट की ओर से डीसी अमृतसर को अमृतपाल के शपथ के लिए विभागीय कार्यवाही करने के लिए लिखा गया था।
जिसके बाद डीसी अमृतसर की ओर से राज्य के गृह सचिव को इस के बारे में लिखा गया। गृह सचिव की ओर से अगली कार्यवाही के लिए लोकसभा स्पीकर ओम विरला को लिखा गया है।
अजनाला थाने पर किया था हमला
वह अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा का रहने वाला है। 29 सितंबर, 2022 को मोगा जिले के रोडे गांव में अमृतपाल को वारिस पंजाब दे प्रमुख घोषित किया गया था।
तारीख 23 फरवरी, 2024 को ‘वारिस पंजाब दे’ जुड़े हजारों लोगों ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस अमृतपाल को मोगा से गिरफ्तार कर लिया था।
सांसद बनने के 60 दिन में लेनी होगी शपथ
अमृतपाल सिंह के वकील और पूर्व संसद सदस्य राजदेव सिंह खालसा ने बताया कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को राज्य सरकार को लिखा गया है।
ध्यान रहे कि अमृतपाल सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। सांसद बनने के बाद 60 दिन में शपथ लेनी होती है।
अब अमृतपाल सिंह संसद सदस्य की शपथ ले सकेie। अमृताल सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 4, 04, 430 वोटों से जीताथा।
अमृतपाल ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 2,07, 310 वोटों से हराया था। वहीं, अमृतपाल की एनएसए की अवधि एक साल के लिए बढ़ाकर 23 अप्रैल 2025 तक कर दी गई है।
खुद को इंडियन भी नहीं मानता अमृतपाल
वहीं अमृतपाल के वकील के मुताबिक सिंह ने 11 जून को पंजाब सरकार को पत्र लिखकर सांसद के रूप में शपथ लेने के लिए हिरासत से अस्थायी रिहाई की मांग की थी। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख सिंह वर्तमान में रासुका के तहत अपने नौ सहयोगियों के साथ असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। बता दें कि अमृतपाल खुद को इंडियन भी नहीं मानता। उसने कई इंटरव्यू में कहा है कि वह पंजाबी है न कि भारतीय।