दल खालसा के संस्थापक और साल 1981 में जरनैल सिंह भिंडरावाले की गिरफ्तारी के विरोध में विमान अपहरण के आरोपी गजिंदर सिंह की पाकिस्तान में मृत्यु हो गई है। जानकारी के अनुसार, खालिस्तान समर्थक नेता गजिंदर सिंह को हदय संबंधी बीमारी थी और वो काफी समय से अस्पताल में भर्ती था। अलगाववादियों ने उसकी मौत की पुष्टि की है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां 1996 से गजिंदर सिंह का पता लगाने में लगी हुई थी, जिसके बाद वो जर्मनी भाग गया था. भारत की ओर से आपत्ति जताए जाने के बाद उसे जर्मनी में प्रवेश नहीं मिला था. इसके बाद वो पाकिस्तान आ गया था।
2021 में हुई थी पाकिस्तान में होने की पुष्टि
एक अलगावादी ने साल 2021 में सोशल मीडिया पर गजिंदर सिंह की फोटो शेयर की थी. इस पोस्ट के बाद ही उसके पाकिस्तान में होने की पुष्टि हुई थी. इस पोस्ट के बाद पता चला था कि वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हसल अब्दाल में गुरुद्वारा पंजाब साहिब में मौजूद है।
मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में था शामिल
29 सितंबर, 1981 को ज्ञानी जरनैल सिंह भिंडरावाली की गिरफ्तारी के विरोध में गजिंदर सिंह ने दल खालसा के सदस्यों के साथ मिलकर एयर इंडिया के एक विमान का अपहरण कर लिया और उसे लाहौर ले गए। जहां उन्हें और उनके साथियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और 13 साल और 4 महीने जेल में बिताने के बाद गजिंदर सिंह ने पाकिस्तान में रहने का फैसला किया।
गजिंदर सिंह को 2020 में मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल किया गया था। गजिंदर सिंह उन लोगाें में शामिल था, जिन्होंने 29 सितंबर 1981 को 111 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों को लेकर उड़ान संख्या ए आई 423 का अपहरण किया था।
यह उड़ान दिल्ली से अमृतसर आ रही थी और इसे लाहौर में उतरने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद आतंकवादियों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले व अन्य चरमपंथियों की रिहाई के साथ 5 लाख अमेरिकी डॉलर की मांग की थी।
दल खालसा के पदाधिकारियों ने कहा, ‘गजिंदर सिंह का अंतिम संस्कार 4 जुलाई की शाम को यूनाइटेड किंगडम (यूके) से आई उनकी बेटी बिक्रमजीत कौर की उपस्थिति में ननकाना साहिब के श्मशान घाट पर किया गया।
4 साल पहले हुई थी दोषियों को जेल
सभी पांच लोगों को दोषी पाया गया था और सभी को 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। साल 1995 में सजा पूरी होने के बाद सबको रिहा कर दिया गया था।
गजिंदर काे वापस लाने की कई कोशिशें की गई, लेकिन वह नाकाम रही। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से बार-बार कहा गया कि गजिंदर सिंह पाकिस्तान से आतंकी गतिविधियां चला रहा है, लेकिन पाकिस्तान इस बात से इनकार करता रहा।