वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह बतौर वित्त मंत्री उनका लगातार सातवां बजट होगा, जो अपनेआप में एक रिकॉर्ड है। वित्त मंत्री ने उद्योग जगत और सामाजिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों समेत संबंधित लोगों के साथ विचार-विमर्श पूरा कर लिया है। यह बजट पेश करने की तैयारी का एक अहम हिस्सा होता है। यह नरेन्द्र मोदी 3.0 सरकार का पहला पूर्ण बजट होगा। सरकार इस बजट के जरिए बता सकती है कि वह 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किस तरह से आगे बढ़ेगी।
10 हितधारक समूहों के 120 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इनमें किसान संघों और कृषि अर्थशास्त्रियों के अलावा व्यापारिक संगठन शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र रोजगार और कौशल सूक्ष्म लघु एवं मझोले उद्योग (SMSE) और पूंजी बाजार के विशेषज्ञ और प्रतिनिधि शामिल थे।
ऐतिहासिक होगा इस बार का बजट
पिछले महीने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि आगामी बजट सत्र में कई ऐतिहासिक कदम और बड़े आर्थिक फैसले लिए जाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा था, ‘यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण का एक प्रभावी दस्तावेज होगा।’