नाटो की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर अमेरिका के वाशिंगटन में शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है. जिसके लिए दुनिया भर के नाटो सदस्य देशों के प्रतिनिधि वाशिंगटन में इकट्ठा हुए हैं ।
नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के बीच शुरू हुआ नाटो समिट इस बार यूक्रेन युद्ध पर केंद्रित है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने समिट की शुरुआत अपने जोरदार भाषण से की. जिसमें वे रूस के लिए काफी आक्रामक नजर आए और यूक्रेन को डिफेंड करने की कसम खाई।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में कहा, “आज मैं यूक्रेन के लिए एयर डिफेंस के ऐतिहासिक डोनेशन का ऐलान कर रहा हूं. अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड, रोमानिया और इटली यूक्रेन को पांच अतिरिक्त और एयर डिफेंस सिस्टम प्रदान करेंगे। ”
पीएम मोदी की रूस यात्रा पर व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरिन जीन-पियरे ने आधिकारिक बयान दिया. इसमें उन्होंने कहा कि रूस के साथ भारत के रिश्ते उसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन के साथ युद्ध समाप्त करने का आग्रह करने की क्षमता देते हैं ।
व्हाइट हाउस प्रवक्ता जीन-पियरे ने यह टिप्पणी उस समय की, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि मासूम बच्चों की मौत दर्दनाक और भयावह है. यह घटना यूक्रेन की राजधानी कीव में बच्चों के अस्पताल पर हुए घातक हमले के एक दिन बाद हुई. इसे लेकर पुतिन की चहुंओर आलोचना हुई ।
अमेरिका को यकीन- भारत ही लगाएगा बेड़ा पार
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करीन जीन पियरे ने कहा, ‘हमारा मानना है कि रूस के साथ भारत के दीर्घकालिक और अच्छे संबंध हैं. यही चीज भारत को राष्ट्रपति पुतिन से यह कहने की क्षमता देते हैं कि रूस किसी तरह यूक्रेन जंग को समाप्त करे. भारत हमारा एक रणनीतिक साझेदार है जिसके साथ हम पूर्ण और स्पष्ट बातचीत करते हैं, जिसमें रूस के साथ उनके संबंध भी शामिल हैं और हमने इस बारे में पहले भी बात की है ।
यह महत्वपूर्ण है कि भारत सहित सभी देश यूक्रेन के मामले में एक स्थायी और न्यायपूर्ण शांति को साकार करने के प्रयासों का समर्थन करें. इस युद्ध को समाप्त करना राष्ट्रपति पुतिन का काम है. राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध शुरू किया और वे ही इस युद्ध को समाप्त कर सकते हैं।’
अमेरिका ने माना भारत का लोहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा पर पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा कि अमेरिका भारत को रणनीतिक साझेदार मानता है और हम पीएम मोदी की यात्रा पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने मीडिया से ये भी कहा, “मैं यह भी नोट करना चाहूंगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में यूक्रेनी राष्ट्रपति से भी मुलाकात की और आश्वासन दिया था कि भारत यूक्रेन युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान के लिए कोशिश करना जारी रखेगा.” राइडर ने भरोसा जताया कि भारत यूक्रेन रूस युद्ध में शांति के लिए अहम भूमिका निभा सकता है।
यूक्रेन जंग पर पुतिन को मोदी का साफ संदेश
दरअसल, यूक्रेन-रूस जंग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुतिन को स्पष्ट संदेश दिया है. पीएम मोदी ने मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्धक्षेत्र में संभव नहीं है. बम, बंदूकों और गोलियों के बीच शांति वार्ता सफल नहीं होती ।
पुतिन के साथ वार्ता से पहले रपीएम मोदी ने यूक्रेन में बच्चों के एक अस्पताल पर बम हमले का जिक्र किया था और कहा था कि बेगुनाह बच्चों की मौत हृदय-विदारक और बहुत पीड़ादायी है. बता दें कि एक दिन पहले ही कीव में बच्चों के एक अस्पताल पर एक संदिग्ध रूसी मिसाइल से हमला किया गया, जिस पर वैश्विक स्तर पर नाराजगी जताई गई है ।
PM मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने टेलीविजन पर प्रसारित अपने बयान में कहा, ‘युद्ध हो, संघर्ष हो या आतंकवादी हमले हों, अगर लोगों की जान जाती है तो मानवता में विश्वास करने वाला हर व्यक्ति दुखी होता है. उस पर भी यदि बेगुनाह बच्चों की हत्या हो, जब हम निर्दोष बच्चों को मरते हुए देखते हैं तो यह हृदय-विदारक और बहुत पीड़ादायी होता है।
जब हम ऐसा दर्द महसूस करते हैं तो कलेजा फट जाता है. मुझे कल आपके साथ इन मुद्दों पर बातचीत करने का अवसर मिला था.’ पीएम मोदी ने सोमवार रात पुतिन के साथ निजी बैठक में हुई अपनी विस्तृत अनौपचारिक बातचीत का भी जिक्र किया और कहा कि संवाद ही समाधान का एकमात्र रास्ता है ।